पटना: देश भर में कृषि कानून के विरोध में हो रहे धरना प्रदर्शन के बीच शनिवार को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान के बाहर राजद नेता तेजस्वी यादव समेत पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया था. हालांकि, इस मामले में पटना जिला प्रशासन ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और 18 पार्टी नेता के साथ-साथ अज्ञात 500 लोगों के खिलाफ बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन करने का मामला दर्ज किया है. सभी पर आईपीसी और महामारी रोग अधिनियम की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.


इधर, किसानों के लिए विरोध प्रदर्शन करने पर हुई एफआईआर से नाराज तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला और कहा कि दम है तो गिरफ्तार करो.






तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, " डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर एफआईआर दर्ज की है. दम है तो गिरफ़्तार करो, अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार के बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा. किसानों के लिए एफआईआर क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दीजिये."






इधर, आरजेडी ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा कि किसानों के पक्ष में खड़े होने और धरना प्रदर्शन की अगुवाई करने पर सत्ता पक्ष द्वारा अनाप शनाप बहानों की आड़ में अपना दोहरा चरित्र प्रदर्शित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी पर जो FIR दर्ज किया गया है उसे वो एक पदक मानते हैं. किसानों के लिए ऐसे हज़ार FIR का भी डर नहीं.


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