पटना: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों और सदन में मंगलवार को जो हुआ उसने सबको चौंका दिया. विधानसभा घेराव के लिए निकले आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ पटना पुलिस ने जो व्यवहार किया उससे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव खासा नाराज हैं. पुलिस की बर्बरता के लिए वो साफ तौर पर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.


इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, " तेरी तानाशाही और तेरे अत्याचार का हिसाब करेगा, आंदोलन में बहा लहू का एक एक कतरा इंसाफ़ करेगा, युवाओं की जवानी बर्बाद करने वाले, वक्त तेरा भी गणित ठीक करेगा, बेरोजगारों पर लाठियाँ चलाने वाले निर्दयी, समय युवाओं का भी आएगा. "






पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए उन्होंने लिखा, " क्या बेरोजगारी पर सवाल करना गुनाह है? क्या युवाओं के हक की बात करना गैर कानूनी है? हम जनहित के मुद्दे पर सड़क पर प्रदर्शन करे लेकिन नीतीश सरकार का कोई वरिष्ठ अधिकारी बातचीत को आगे नहीं आता है. उल्टा पुलिस से पत्थरबाजी, लाठीचार्ज करवाया जाता है. यह तानाशाही नहीं तो क्या है?"






बता दें कि आरजेडी ने बेरोजगारी, अपराध समेत कई अन्य मुद्दों के खिलाफ 23 मार्च को बिहार विधानसभा घेराव का एलान किया था. पार्टी के इस कार्यक्रम को पटना पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी. इसके बावजूद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तय कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा की ओर बढ़ना शुरू कर दिया. ऐसे में पुलिस ने पहले उन्हें बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.


इस दौरान कार्यकर्ताओं और नेताओं को जमकर पीटा गया. कितनी को गंभीर चोटें आईं. फिलहाल सभी घायलों को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. वहीं, इस मामले में पटना के गांधी मैदान और कोतवाली थाने में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी, तेज प्रताप यादव, रतन यादव, जगदानंद सिंह, रितु जायसवाल समेत 15 नामजद और 3 हजार अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.


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