पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आगाज हंगामेदार रहा. पहले ही दिन विपक्ष के नेताओं ने स्पष्ट कर दिया वे जनता के मुद्दों को पूरी मजबूती के साथ सदन में उठाएंगे. शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष सदन में सरकार पर हमलावर दिखें और बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मुद्दा उठाया. हालांकि, उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया और सत्र स्थगित कर दी गयी.


सीएम नीतीश पर जमकर साधा निशाना


ऐसे में सदन से बाहर निकलने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुझे पता है सीएम नीतीश की अंतरात्मा बंगाल के खाड़ी में डूब मरी है. अब उनकी अंतरात्मा जागने वाली नहीं है. अब वह राज्यपाल आवास जाकर इस्तीफा नहीं देंगे. नीतीश कुमार के आंखों के आंसू सूख चुके हैं, उनको अब किसी बात से फर्क नहीं पड़ता है.


तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश को बिहार की चिंता नहीं है. उनको अपनी कुर्सी की चिंता है. लेकिन विपक्ष पूरी मजबूती के साथ बिहार समस्या और जनता की आवाज को विधानसभा में उठाने का काम करेगा. वहीं, हम उम्मीद करेंगे कि सरकार में अगर कुछ शर्म बाकी हो तो वो कार्रवाई करें.


किसान विरोधी पार्टी है बीजेपी-जेडीयू


राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने उनपर किसानों प्रति संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सदन में हम किसान आंदोलन के दौरान शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देना चाहते थे, लेकिन सत्तापक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुआ. इससे ये साबित होता है कि बीजेपी और नीतीश कुमार की जो पार्टी है, वह किसान विरोधी पार्टी है.


तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि बिहार में धान की खरीद हो रही है. लेकिन सच यह है कि जिस हिसाब से धान की खरीद होनी चाहिए, वह नहीं हो रहा है. धान का एमएसपी 1800 रुपये होना चाहिए, लेकिन उस रेट पर किसानों से धान नहीं खरीदा जा रहा है. बहुत ही सस्ते दामों पर धान की खरीद हो रही है, जिससे किसानों की स्थिति खराब होते जा रही है.


छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैट्रिक की परीक्षा के तीसरे दिन सोशल सांइस का पेपर लीक हो गया, लेकिन राज्य के शिक्षा मंत्री को इसकी जानकारी तक नहीं है. जबकि विपक्ष के पास इसकी पूरी जानकारी है. इस बारे में सदन में सीएम नीतीश भी कुछ नहीं बोले. सदन में बताना चाहिए था, कि उनको सूचना क्यों नहीं मिली है.


उन्होंने कहा कि अगर सीएम नीतीश को मैट्रिक के प्रश्नपत्र लीक को लेकर सूचना थी, तो उन्होंने सदन में बताया क्यों नहीं. सरकार बिहार के छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. हम चाहते हैं कि इस मामले में कड़ी जांच हो और कौन इसमें शामिल हैं, सरकार जवाब दें.


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