पटना: बिहार सरकार की ओर से ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया गया है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आए इस संक्रमण की भयावहता को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया था. साथ ही अस्पतालों को चिन्हित कर वहां ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की थी. लेकिन मौजूदा समय में स्थिति ये है कि अस्पताल में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं. डॉक्टर मरीजों को अपने रिस्क पर इलाज कराने को कह रहे हैं. 


तेजस्वी ने ट्वीट कर कही ये बात


सूबे के सरकारी अस्पतालों की इसी बदहाली को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही मौजूदा सरकार को चुनाव आयोग द्वारा बिहार पर थोपा हुआ फंगस भी बताया है. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, " नीतीश सरकार नवंबर माह में चुनाव आयोग द्वारा बिहार पर थोपा गया फंगस है. जनता का निर्णय बदल चुनाव आयोग को अपना  “नतीजा” सुनाना बिहार को महंगा पड़ रहा है. अधिकारियों के भेष में चुनाव आयोग में घुसपैठ कर सिस्टम में बैठे भाजपाई कठपुतलियों को उसका ईनाम भी मिला."




राबड़ी देवी ने भी कसा था तंज


तेजस्वी से पहले अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दवाइयों की अनुपलब्धता को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार पर तंज कसा था. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा था, " बड़बोलों की बड़बोली डबल इंजन सरकार है ना..जी? ऊपर मोदी नीचे नीतीश…फिर भी फ़ंगस की दवा नहीं? जोर-जोर से जंगलराज का उच्चारण करो, तभी ना नीतीश-मोदी दवा का प्रबंध करेंगे? "


गौरतलब है कि बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कहर पर भले ही ब्रेक लग गया है, लेकिन इसने जो तबाही मचाई है उसे भूला नहीं जा सकता. इलाज के अभाव में हजारों लोगों की मौत पर अब भी विवाद जारी है. खासकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है. अस्पतालों की कुव्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को लगातार घेर रहा है.


यह भी पढ़ें -


बिहारः स्वास्थ्य व्यवस्था को देखने के लिए SKMCH पहुंचे तेज प्रताप यादव, सरकार से मांगा इस्तीफा


बिहारः नहीं हो पा रही थी बहनों की शादी तो भाई ने किडनी बेचने का प्लान बनाया, फिर इस तरह से हुआ विवाह