पटना: सीबीआई (CBI) की विशेष अदालत द्वारा चारा घोटाला के पांचवें मामले में लालू यादव (Lalu Yadav) को दोषी करार दिया गया है. इधर, पिता के दोषी करार होने के बाद अब उनके दोनों लाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) एक साथ दिखने लगे हैं. काफी समय से अलग-थलग दिख रहे तेज प्रताप बुधवार को अपने भाई तेजस्वी साथ लोगों की फरियाद सुनने पहुंचे. केस के फैसले के बाद दोनों बिहार को एक नया संदेश देने के लिए राबड़ी आवास से एक साथ बाहर निकले और बाहर खड़े फरियादियों की फरियाद सुनी. वहीं, तेज प्रताप ने तेजस्वी के साथ इंस्टाग्राम पर रील शेयर की है.
शिक्षक बहाली पर ली चुटकी
दरअसल, बिहार के कई जिलों से नगर परिषद और नगर पंचायत के अनुबंधित कर्मचारी अपनी समस्या को लेकर तेजस्वी यादव से मिलने आए थे, जिसे सुनने के लिए दोनों भाई एक साथ आएं. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शिक्षा विभाग द्वारा 42 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाने के मामले चुटकी लेते हुए कहा कि शिक्षकों की बहाली बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं हो रही है. बल्कि शराब पीने वालों का मुंह सूंघने के लिए उन्हें बहाल किया जा रहा है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में शिक्षकों के साथ-साथ प्रोफेसर के भी बहुत से पद रिक्त हैं, जिन पर बहाली होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव में जितने वादे किए थे, वह एक भी पूरा नहीं किया जा रहा है. इधर, तेज प्रताप ने राज्यसभा सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने चर्च की जमीन का घोटाला किया है और उस पर मॉल बनवा रहे हैं. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
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