पटना: ग्रामीण पथ विकास अभिकरण (Rural Roads Development Agency) की 22वीं आम सभा और विभागीय समीक्षात्मक में बैठक में रविवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शामिल हुए. ग्रामीण इलाकों में बनाए जा रहे सड़कों को लेकर समीक्षा बैठक की गई. वहीं, इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की तरक्की के लिए हमलोग लगातार कार्यरत हैं. ग्राम सड़कों, पुल निर्माण के क्वालिटी से कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं करना है. सबसे ज्यादा खराब सड़कों का पहले निर्माण होगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल सड़कों के बेहतर रख रखाव के लिए होगा. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग में 16 हजार नई नियुक्तियां होंगी.
इस घटना को लेकर जिम्मेवारी तय होनी चाहिए- तेजस्वी यादव
ओडिशा रेल हादसे को लेकर मीडिया के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इस घटना में बिहार के भी लोग घायल हुए हैं. यह अब तक का सबसे यह बड़ा हादसा है. बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई हैं. इस घटना में लापरवाही तो हुई है. बार-बार रेलवे द्वारा दावा किया जा रहा था कि सुरक्षा सबसे पहले है लेकिन इतने बड़े हादसे होने के बाद भी अभी तक इसकी जिम्मेवारी किसी ने नहीं ली है. इस घटना को लेकर जिम्मेवारी तय होनी चाहिए,जो लोग लापरवाही बरते हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
'यह पूरी तरह से पीएम और रेल मंत्री का विफलता है'
डिप्टी सीएम ने कहा कि ओडिशा रेल मामले में जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए. जांच के लिए टीम का गठन होना चाहिए. इस मामले में बिहार के लोगों को लेकर हम लोगों की भी नजर है. इस विषय पर सीएम से कल ही बातचीत हुई थी. इस घटना को लेकर सारी जानकारी ली जा रही है. जानकारी लेने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा. आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि रेलवे से जुड़ाव बिहार का हमेशा से रहा है लेकिन, अभी जिस तरह से रेवले को निजीकरण किया जा रहा है तो इस मामले में भी क्या कार्रवाई होगी? पता नहीं है. पहलवानों के मुद्दे पर भी अभी तक सरकार चुप्पी साधी हुई है. ओडिशा रेल मामले में पीएम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए. यह पूरी तरह से पीएम और रेल मंत्री का विफलता है.