औरंगाबाद: जन विश्वास यात्रा के तहत शुक्रवार की शाम औरंगाबाद के गांधी मैदान में आए पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सभा में भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गया. भीड़ के द्वारा न सिर्फ बैरिकेडिंग तोड़ी गई बल्कि कई कुर्सियां तोड़ डाली गई. इस दौरान वहां प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी भी अप्रत्याशित भीड़ को देखकर बेबस बनी रही. कई महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं, तेजस्वी यादव के भाषण में निशाने पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार रहे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कंधे पर बैठकर मुख्यमंत्री चाहते हैं कि लोकसभा के साथ ही विधानसभा का चुनाव करा लें. उन्होंने ललकारते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो ऐसा कर के दिखा दें. बिहार में एनडीए का खाता भी लोकसभा में नहीं खुलेगा और विधानसभा में भी बुरी तरह हराएंगे.
बीजेपी पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने मंच पर जीत की पगड़ी बांधी और लोगों को संकल्पित करते हुए कहा कि जिस तरह से पिछले विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद के सभी छह विधानसभा पर महागठबंधन का कब्जा कराया. उसी प्रकार इस वर्ष भी लोकसभा भी अपने कब्जे में करिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने वादे के अनुसार बिहार के युवाओं को रोजगार नहीं दिया. नीतीश चाचा को गोदी में बैठने के बाद भी बिहार को विशेष राज्य का न तो दर्जा दिया और न ही विशेष पैकेज दिया. इसके बाद फिर वे किस हिसाब से आप लोगों से वोट मांगने का अधिकार रखते हैं?
'एनडीए ने नीतीश चाचा को हाईजैक कर लिया'
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान 17 साल बनाम 17 माह की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा और कहा कि जिस राज्य में एनडीए के शासन काल में कांसेप्ट का अभाव हो गया था. वहां हमने थके हुए मुख्यमंत्री को ऊर्जा प्रदान किया और उनके अंदर आत्मविश्वास भरने का काम किया. हमने स्पोर्ट्स पॉलिसी, टूरिज्म पॉलिसी तथा आईटी पॉलिसी लाई और खेल नीति के तहत खिलाड़ियों को नौकरी दी. इतना ही नहीं लाखों शिक्षकों के साथ कई विभागों में नौकरियों की बहार आई, लेकिन एनडीए ने नीतीश चाचा को हाईजैक कर लोकतंत्र की चोरी कर ली.
अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. हमें सभी जाति, सभी धर्म एवं सभी वर्ग को साथ लेकर एक सशक्त, मजबूत और विकसित राज्य का निर्माण करना है.
ये भी पढे़ं: Bihar Assembly: बिहार में फ्री बिजली की मांग पर CM नीतीश कुमार की दो टूक, 'हम तो चुनाव के समय भी...'