पटना: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दो साल की सूरत कोर्ट की सजा मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. इस मुद्दे पर बिहार में महागठबंधन और बीजेपी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. वहीं, इस पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को कहा कि देश में अघोषित इमरजेंसी (Emergency) लागू हो गया है. गैर बीजेपी नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) घबराए हुए हैं. यह दिख रहा. विपक्षी नेताओं के खिलाफ जानबूझ कर कार्रवाई हो रही है. बीजेपी वाली केंद्र सरकार अब और रह गई तो लोकतंत्र-संविधान सब खत्म कर देगी. 


'कोर्ट के फैसला पर टिप्पणी नहीं'


तेजस्वी यादव ने कहा कि कोई भी विपक्षी नेता बीजेपी को आईना दिखाता है तो उसके खिलाफ षड्यंत्र रचकर कार्रवाई की जा रही है. राहुल गांधी के साथ ऐसा क्यों हुआ? यह देश के लोगों को पता है. सभी विपक्षी दलों को बिना देर किए एकजुट हो जाना चाहिए. मजबूती से बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है. हालांकि इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि कोर्ट के फैसला पर टिप्पणी नहीं करूंगा. 


डरने की जरूरत नहीं, लड़ने की जरूरत है- तेजस्वी यादव


डिप्टी सीएम ने कहा कि देश इससे पहले कभी नहीं हुआ, जो अभी हो रहा है. बीजेपी की केंद्र सरकार गांधी और अंबेडकर के विचारों को खत्म करना चाहती है. आगे नोटबंदी को लेकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक घोटाला था. अब बीजेपी दोबारा केंद्र में आती है तो नोट पर महात्मा गांधी के जगह इनका तस्वीर छपेगा. आज शहादत दिवस है. अगर देश में इस तरह की चीजें हो रही हैं तो डरने की जरूरत नहीं, लड़ने की जरूरत है.


ये है मामला


बता दें कि गुजरात के सूरत की एक अदालत ने ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई है. अदालत ने हालांकि राहुल गांधी को जमानत भी दे दी तथा उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें.


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