तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी को लेकर नीतीश कुमार पर बोला हमला, कहा- युवाओं को भ्रमित कर ठगना चाहते हैं
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अहंकार और अनुभवहीनता का शिकार कोई राजनेता अगर एक साथ हो जाए तो उसका बेड़ा गर्क होना तय है.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार सीएम नीतीश कुमार को घेर रहे हैं. तेजस्वी यादव का तेवर नर्म होने का नाम नहीं ले रहा. इसी क्रम में गुरुवार को उन्होंने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार को राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर घेरा है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, "बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोजगारी पर बात करने से डरते क्यों है? क्या बिहार को बेरोजगारी का मुख्य केंद्र बनाने के बाद उन्हें शर्म आती है? क्या नौकरियों में धांधली और बिहार के उद्योग-धंधे बंद करवाने के बाद भी वह युवाओं को भ्रमित कर और अधिक ठगना चाहते हैं?"
बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बेरोज़गारी पर बात करने से डरते क्यों है?
क्या बिहार को बेरोज़गारी का मुख्य केंद्र बनाने के बाद उन्हें शर्म आती है? क्या नौकरियों में धाँधली और बिहार के उद्योग-धंधे बंद करवाने के बाद भी वह युवाओं को भ्रमित कर और अधिक ठगना चाहते है? — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 3, 2020
छोटे दलों में आरजेडी के खिलाफ नाराजगी
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट के पलटवार करते हुए जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "अहंकार और अनुभवहीनता का शिकार कोई राजनेता अगर एक साथ हो जाए तो उसका बेड़ा गर्क होना तय है और ये बात पूरी तरह से तेजस्वी यादव पर लागू होता है. जिस तरह से हम पार्टी ने उन्हें टाटा गुड-बाय किया है और इसके बाद अन्य छोटे दलों में भी लगातार उनके खिलाफ नाराजगी बढ़ती दिख रही है."
जनता आरजेडी को चटाएगी धूल
उन्होंने कहा, "एकबात साफ है कि लोकसभा चुनाव में पहले तो इन छोटे दलों को कांग्रेस को साइड रखने के लिए ज्यादा तरजीह दी और जब कांग्रेस का दबाव बढ़ा तो कांग्रेस को खुश करने के लिए छोटे दलों को साइड रखने का फैसला उन्होंने कर लिया. अब एक तरफ कांग्रेस पहले से आहत है और छोटे दल भी उनके रवैये को लेकर माफ करने को तैयार नहीं है. इसलिए ये एक बड़े बिखराव की ओर बढ़ता हुआ महागठबंधन है. दूसरी तरफ जनता ने भी तेजस्वी और उनके साथियों को धूल चटाने का मन बना लिया है."
अच्छाई बताने की इनमें हिम्मत नहीं
इधर, बचाव में उतरे आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "लालू प्रसाद के परिवार में ही इन्हें सारी बुराई नजर आती है. अपनी अच्छाई तो बताएं. अपनी अच्छाई बताने की तो इनमें हिम्मत नहीं है. झारखंड में तो जनता ने ही बीजेपी और जेडीयू का सूपड़ा साफ किया, नियम और कानून का पालन हो रहा है, चाहे कोई हो कानून सबके लिए बराबर हैं, लेकिन बिहार में क्या हो रहा है?"
जेडीयू बताए उसने क्या किया
उन्होंने कहा, " लॉकडाउन की धज्जि उड़ रही है, आज बीजेपी मोटरसाइकिल जुलूस निकाल रहा है और आप उपदेश दे रहे हैं और कानून का पाठ पढ़ा रहे हैं. अपनी अच्छाई नहीं बता पा रहे हैं कि 15 वर्षो तक हमने लालू प्रसाद पर आरोप लगाए पर खुद क्या किया ये तो बताये जदयू के लोग."
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