पटनाः तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें कहा गया है कि दलितों के परिवार में हत्या होने पर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी. इस ऐलान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या नीतीश हत्या को प्रोमोट कर रहे हैं. तेजस्वी ने नीतीश से सवाल भी पूछे और कहा कि सवर्णों और अति पिछड़ों के परिवार को नौकरी क्यों नहीं ? तेजस्वी ने आज बेरोजगारी को लेकर एक वेबसाइट लॉन्च किया और कहा कि उनकी सरकार आई तो नौकरी की झड़ी लगा देंगे.
डबल इंजिन सरकार में कोई गंभीरता नहीं-तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजिन की सरकार में कोई गंभीरता नहीं है, देश में सबसे अधिक बेरोजगारी बिहार में है. बिहार में 46 फ़ीसदी बेरोजगारी दर है. 18 से 35 साल के लोगों से सबसे ज्यादा बेरोजगार बिहार में, सबसे अधिक 52 फीसदी गरीब बिहार में, सबसे अधिक पलायन बिहार में, करीब 50 फीसदी लोग पलायन करते हैं, हर दूसरे परिवार से एक का पलायन होता है.
नीतीश ने बिहार की दो पीढ़ियों को बेरोजगार बना दिया-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि बिहार में जो बहाली प्रक्रिया होती है उसमें 5 साल से अधिक का समय लगता है, हर एग्जाम का पेपर लीक होता है. भ्रष्टाचार हर संस्था में घुस गया है. कुल मिलाकर नीतीश कुमार ने सिर्फ यही काम किया है कि 2 पीढ़ियों को बेरोजगार बना दिया. जो सरकार 15 साल में काम नहीं कर पाई, गरीबी और बेरोजगारी नहीं मिटा सकी वह 2 महीनों में कैसे मिटा देगी?
नीतीश कुमार कर रहे हैं हत्या को प्रमोट-तेजस्वी
नीतीश कुमार तो हत्या को प्रमोट कर रहे हैं. पिछड़ी जाति और सवर्ण परिवार के लोगों की हत्या हुई तो उनके परिवार में नौकरी क्यों नही दी जाएगी, इस एलान से इनका दोहरा चरित्र उजागर हो गया है ऐसा कहते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी ने बेरोजगारी हटाने को लेकर फिर से आंदोलन शुरू किया गया है और उनकी पार्टी वेब पोर्टल लांच कर रही है.
पोर्टल और टोल फ्री नंबर किया गया लॉन्च
www.बेरोजगारी हटाओ.co.in और टोल फ्री नंबर 9334302020 पर कोई भी आवेदन दे सकते हैं, उनकी सूची बनाएंगे. बिहार में साढ़े 4 लाख पद बिहार सरकार में खाली हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा और पुलिस में काफी पद खाली हैं. तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि हमारी सरकार आयी तो खाली पड़े 4.5 लाख पदों पर बहाली की जाएगी.
जीतनराम मांझी ने किया पलटवार
वहीं SC/ST परिवार में हत्या होने पर नौकरी देने के फ़ैसले पर सवाल उठाने को लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने पलटवार करते हुए कहा कि इस क़ानून पर सवाल उठाने वाले पहले पढ़ाई लिखाई करें. ये क़ानून केन्द्र सरकार ने दशकों पहले बनाया था पर लालू यादव ने ही लागू होने नहीं दिया. दलितों का नरसंहार करवाने वालों को अब दलितों के लिए नौकरियों के एलान से भी डर लगता है.
जीतन राम मांझी ने कहा कि लालू परिवार नहीं चाहता है कि कचरा साफ़ करने वाला, टॉयलेट धोने वाला सरकारी नौकरी कर पाए. वो लोग टॉयलेट साफ़ करने वाले के घर में पैदा होते तो उनका दर्द समझते.