पटना: कोरोना काल में लंबे समय तक बिहार से बाहर रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव प्रदेश वापस लौट आए हैं. बुधवार को तेजस्वी पटना पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने एलजेपी में हुए टूट पर चुप्पी तोड़ते हुए प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले भी एलजेपी को तोड़ने की कोशिश की थी. अब भी उन्होंने वही किया है. जमुई सांसद चिराग पासवान को अपना भाई बताते हुए कहा कि उन्हें फैसला करना होगा कि वह संविधान बनाने वालों के साथ रहेंगे या गोवलकर के साथ रहेंगे.
बेरोजगारी का केंद्र बना बिहार
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें तो किसी चीज की जानकारी नहीं रहती. उन्हें यह भी पता नहीं होगा कि बिहार के कई जिलों में पेट्रोल की कीमत सौ रुपये से अधिक हो गई है. उन्हें यह भी जानकारी नहीं होगा कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र बन गया है. उन्हें तो यह भी जानकारी नहीं होगा कि बिहार के लोग बाढ़ के पानी में अभी ही डूब रहे हैं.
'नेता के साथ एक बेटा भी हूं'
वहीं, कई दिनों बाद बिहार लौटने के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, " मैं नेता के साथ एक बेटा भी हूं. कोरोना काल चल रहा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो अपने प्रभारियों को भी घर से निकलने की अनुमति नहीं दी थी. ऐसे में मैं बाहर कैसे आता." लालू प्रसाद यादव के तबीयत को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से बात चल रही है और जल्द ही लालू यादव पटना आएंगे.
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