JDU की वर्चुअल रैली को तेजस्वी यादव ने बताया फ्लॉप, कहा- बोलते वक्त CM नीतीश के चेहरे पर दिख रही थी परेशानी
जेडीयू की वर्चुअल रैली खत्म होने के बाद सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई जिसमें उन्होंने उनकी ओर से पूछे गए 10 सवालों का जवाब नहीं देने को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला.
पटना: जेडीयू की वर्चुअल रैली खत्म होने के बाद सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई जिसमें उन्होंने उनकी ओर से पूछे गए 10 सवालों का जवाब नहीं देने को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, " आज जेडीयू की वर्चुअल रैली बुलाई गई थी, उसमें मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दस सवाल पूछे थे, आशा थी कि जवाब देंगे. पूरा बिहार उन प्रश्नों का जवाब जानना चाहता था. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, उन्होंने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया."
सुपर-डुपर फ्लॉप रही जेडीयू की वर्चुअल रैली
तेजस्वी यादव में कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जब बोल रहे थे, तब उनके चेहरे पर परेशानी नजर आ रही थी. उनकी वर्चुअल रैली सुपर-डुपर फ्लॉप रही. जनता ने नीतीश कुमार को नकार दिया. मेरे सवालों का जवाब देने के बजाय उन्होंने मुझपर और लालू जी पर हमला करते हुए बासी बातें और बासी पन्नों को खंगालने का काम किया. मुख्यमंत्री को हम चुनौती देते हैं कि कहीं भी कभी भी डिबेट कर लें."
नीतीश कुमार बोलते वक्त कर रहे थे फंबल
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, " उन्होंने कहा था कि 6 महीने बाद भी यह मशीन आएगी, लेकिन अब तक तो आरटीपीसीआर की भी व्यवस्था नहीं हुई. बाढ़ में हम गए, बाढ़ पीड़ितों की व्यवस्था हमने कराई. ग्राउंड पर हम जनता के साथ थे. वो तो बिहार विधानसभा में कहते थे कि मास्क मत पहनो. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोलते वक्त फंबल कर रहे थे."
बिहार को बनाया बेरोजगारी का केंद्र
तेजस्वी यादव ने कहा, " नीतीश कुमार कहते थे कि दस लाख लोगों को हमने रोजगार दिया. हम चाहते हैं कि आप लिस्ट जारी करें. बिहार बेरोजगारी का केंद्र बन गया है. मानव दिवस नहीं बल्कि कितने मानव को काम दिया ये बताएं. सरकार को लेकर कोर्ट ने क्या कहा वह बातें उन्हें याद हैं न? अगर नहीं तो हम याद दिलाते हैं कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने बिहार सरकार के लिए कहा है कि बिहार सरकार अमानवीय और अशोभनीय है."
नियोजीत शिक्षकों को नियमित क्यूं नहीं किया ?
तेजस्वी यादव ने कहा, " आपने बिहार को बदनाम करने के लिए फिल्में बनवाईं और फिर आपने उन्हें टिकट दिया. आपसे हमने पलायन, भूखमरी, बेरोजगारी के बारे में सवाल किया और आपने जवाब नहीं दिया. नियोजित को नियमित क्यों नहीं किया? लालू जी ने अपने कार्यकाल में 7 यूनिवर्सिटी की स्थापना की आपने कितने स्थापित की?पुलिसकर्मियों के पद रिक्त क्यों है? प्रति एक लाख की आबादी पर सिर्फ 77 पुलिसकर्मी हैं. इसका जवाब कौन देगा?"
मुख्यमंत्री के राजनीतिक अनुभव से कम मेरी उम्र
उन्होंने पूछा कि सृजन घोटाले में अपने ही पार्टी के नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की? 7 निश्चय योजना में घोटाला में कार्रवाई क्यूं नहीं की?" तेजस्वी यादव ने कहा कि जितना सीएम नीतीश कुमार का राजनीतिक अनुभव है, उतनी मेरी उम्र भी नहीं फिर भी गाली दिलाने का काम करते हैं. इसलिए अगर बेरोजगारी को हटाना है तो नीतीश कुमार को भगाना है.