पटना: बिहार में सात जनवरी से कास्ट सेंसस (Caste Census) शुरू है. अधिकारी शनिवार से घर-घर जाकर गणना करेंगे. शुक्रवार की देर रात उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जातीय जनगणना को लेकर कई बातें कहीं. साथ ही बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी अमीरों की पार्टी है. वो पिछड़ा और दलित विरोधी हैं. उनकी मानसिकता ही ऐसी है. कौन पिछड़ा है और गरीब है ये बातें उनको समझ नहीं आती है. इतना कॉमन सेंस तो बीजेपी के पास होना चाहिए.


‘बीजेपी के पास कॉमन सेंस नहीं’


तेजस्वी ने हमला बोलते हुए कहा कि सरकार की ये कल्याणकारी योजना है. ये तो पता होना चाहिए न कि कौन पिछड़ा है. कौन गरीब है. जब पता ही नहीं होगा तो लोग किस दिशा में काम करेंगे. डेटा सरकार के पास रहेगा तब तो पता चलेगा न कि किसे सुविधा और आगे बढ़ाने की जरूरत है. ये चीजें पता चलेंगी तो सरकार की कल्याणकारी योजना शुरू हो जाएगी. गरीबों और पिछड़ों को फायदा होगा. बीजेपी की तो शुरू से ही गरीब विरोधी मानसिकता रही है. ये लोग नहीं चाहते कि गरीब आगे बढ़ें. बीजेपी तो अमीरों की पार्टी है वो कभी नहीं चाहेगी कि गरीब आगे बढ़ें. 


‘बीजेपी नहीं चाहती गरीबों का उत्थान’


तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी ये नहीं चाहती कि गरीब का उत्थान हो इसलिए ये सब बोलती रहती है. बता दें कि सरकार में रहते हुए भी बीजेपी ने केंद्र की ओर से बिहार में जातीय जनगणना को लेकर हामी नहीं भरी थी. इस मुद्दे पर तेजस्वी और नीतीश हमेशा एक साथ थे. उन्होंने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की थी. अब अगस्त 2022 में सरकार में आने के बाद से ये तय हुआ कि बिहार में महागठबंधन जनवरी 2023 से कास्ट को लेकर काउंटिंग कराएगी. काउंटिंग की शुरुआत आज शनिवार से हो रही है.


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