पटना : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, दोनो बेटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव अब रांची जाने वाले हैं.इस बात की जानकारी देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि कल शाम में अचानक से मेरे पिता लालू प्रसाद जी की तबीयत बिगड़ गई है. कोरोना टेस्ट निगेटिव आयी है और टेस्ट हुए है,मैं अपनी मां और भाई के साथ रांची जा रहा हूं.


सोशल मीडिया पर आलोचना को लेकर कार्रवाई करने के नीतीश सरकार के निर्देश के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुली चुनौती दी है. तेजस्वी ने कहा माननीय मुख्यमंत्री जी भूल गए हैं बिहार लोकतंत्र की जननी है. यहां सरकार के खिलाफ कोई बोले नही,अगर गड़बड़ी हो रही है सरकार में तो लोग क्यों नही बोलेंगें.


समाजवादी नेता को आलोचना (criticism) से क्यों डर लगता है. आखिर इतना डर क्यों है नीतीश कुमार को,खौफ में क्यों है, ये तो मखौल उड़ा रहे हैं,इन्हें इस प्रस्ताव को वापस लेना चाहिए. ये नीतीश कुमार के इशारे पर ही हुआ है. मुख्यमंत्री को समझना होगा कि किसी की मुंह पर ताला नही लगा सकते.अगर ऐसा काम करते रहेंगे तो नीतीश कुमार विलुप्त हो जाएंगे. इतिहास में नही मिलेंगे. तेजस्वी ने कहा कि हम आज भी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह है. पुलिस बिहार में शराब बिक़वाती है.....है हिम्मत तो हमें गिरफ्तार कर लें.



सरकार के इस कदम से नाराज हो तेजस्वी ने दी खुली चुनौती



बताते चलें कि गुरुवार को बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई की ओर से एक लेटर जारी किया गया, जिसमें सोशल मीडिया पर किसी मंत्री, सांसद, विधायक और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर कार्रवाई करने की बात कही गयी थी. विभाग की तरफ से ऐसे किसी पोस्ट की सूचना देने का आग्रह किया गया है, जिससे व्यक्ति या संस्थान के साथ सरकार की प्रतिष्ठा का हनन होता है, या किसी की छवि धूमिल होती है. ADG ईओयू ने सभी विभागों के प्रधान सचिव और सचिव को पत्र लिखा है, कि उनके अधीन किसी अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ ऐसा कोई पोस्ट सामने आता है, तो तुरंत इसकी जानकारी दें. इसे सोशल मीडिया का दुरुपयोग मानते हुए जांच की जाएगी और आईटी एक्ट के तहत पोस्ट डालनेवाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.