पटना: जगदानंद सिंह बीते करीब डेढ़ महीने से कार्यालय नहीं गए हैं. वे इन दिनों पार्टी से दूर हैं. इन सबके पीछे बीजेपी ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को जिम्मेदार ठहराया है. शनिवार को बयान जारी कर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि नीतीश कुमार आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) को अपमानित कर पार्टी से बाहर कराने में लग गए हैं. यही हाल रघुवंश प्रसाद सिंह का किया गया था.


सुशील मोदी ने कहा कि जगदानंद सिंह और उनके पुत्र पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने धान की सरकारी खरीद में गड़बड़ी को जो मामला उठाया था, उसका निदान करने के बजाय सुधाकर सिंह को मंत्री पद से हटाया गया और अब उनके पिता जगदानंद को किनारे लगाने की कोशिश हो रही है. जगदानंद से हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन ईमानदारी और अपनी पार्टी के लिए उनकी निष्ठा सराहनीय है.


'जगदानंद से लिए गए सारे कागजात'


जगदानंद के कार्यालय नहीं आने को लेकर भी सुशील कुमार मोदी ने जवाब दिया. बीजेपी नेता ने कहा कि जब सुधाकर सिंह बीजेपी के टिकट पर प्रत्याशी थे, तब पिता जगदानंद ने पुत्रमोह को पार्टी निष्ठा पर हावी नहीं होने दिया था और पुत्र की हार सुनिश्चित की थी. उन्होंने कहा कि चारा घोटाला में लालू प्रसाद के जेल जाने और राबड़ी देवी के अचानक गृहिणी से सीएम बनने पर जगदानंद ने ही पर्दे के पीछे से सरकार चलाई थी. जगदानंद के सारे एहसान भुला कर नीतीश कुमार के इशारे पर तेजस्वी प्रसाद यादव अपने प्रदेश अध्यक्ष को जलील कर रहे हैं. वे डेढ़ माह से पार्टी ऑफिस नहीं गए और अब संगठन संबंधी सारे कागजात उनसे ले लिए गए.


जगदानंद के साथ बदसलूकी: सुशील मोदी


सुशील मोदी ने कहा कि इससे पहले आरजेडी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह को "एक लोटा पानी" बता कर अपमानित किया था और उन्हें अस्पताल के बिस्तर से अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को भेजना पड़ा था. अब जगदानंद के साथ बदसलूकी की जा रही है. आरजेडी में एम-वाई (मुसलिम-यादव) के अलावा सबको सिर्फ एक लोटा पानी ही समझा जाता है. "ए टू जेड" की बात केवल दिखावा है.


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