पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के खिलाफ लैंड फॉर जॉब केस (Land For Job Case) में सीबीआई द्वारा दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट को लेकर आज बुधवार (12 जुलाई) को कोर्ट में सुनवाई होगी. यह सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट (दिल्ली) में होनी है. सीबीआई ने तीन जुलाई को रेलवे में कथित नौकरी के बदले जमीन देने के मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी. इसमें तेजस्वी यादव का नाम जोड़ा गया था.


आज की सुनवाई के बाद देखना होगा कि तेजस्वी यादव की मुश्किलें कम होती हैं या फिर बढ़ती हैं. इससे पहले इस केस में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम और उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत 17 अन्य आरोपी हैं. आज कोर्ट की सुनवाई में तेजस्वी यादव के पेश होने की संभावना नहीं है. उनके वकील कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे.


चार्जशीट के बाद से तेजस्वी के इस्तीफे की मांग


बता दें कि तेजस्वी यादव पर चार्जशीट होने के बाद से लगातार बिहार में बीजेपी नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रही है. इसको लेकर मॉनसून सत्र के दौरान सदन तक हंगामा हुआ. बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है. तेजस्वी यादव से उन्हें तुरंत इस्तीफा लेना चाहिए. जीतन राम मांझी ने भी बयान दिया कि उनसे चार घंटे में नीतीश कुमार ने इस्तीफा ले लिया था. इस बार क्या हुआ?


क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाले का मामला?


दरअसल, यह मामला वर्ष 2004 से 2009 के बीच का है. लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को गिफ्ट में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई कथित नियुक्तियों से जुड़ा ये पूरा मामला है. जिन लोगों को नौकरी दी गई थी उनसे लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, दिल्ली समेत कई जगहों पर कीमती जमीन लिखवाई गई. बाजार से बहुत कम कीमत पर बेची गई थी. इसी केस को सीबीआई देख रही है. मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पहलुओं की जांच ईडी कर रही है.


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