शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरे तेजस्वी यादव, धरना स्थल से मुख्य सचिव को लगाया फोन
शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच से ही तेजस्वी यादव ने सूबे के मुख्य सचिव दीपक कुमार को फोन लगाया. लाउडस्पीकर ऑन था और तेजस्वी मुख्य सचिव से बात कर रहे थे.
पटना: राजधानी में नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव. शिक्षकों के समर्थन में पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि अगर सरकार इन कैंडिडेट्स को प्रदर्शन करने नहीं देती है तो मजबूरन उन्हें भी इस ठंड में ईको पार्क में बैठना पड़ेगा और वो भी इस आंदोलन में शामिल हो जायेंगे.
दरअसल शिक्षक बहाली में देरी के खिलाफ राज्य भर के शिक्षक अभ्यर्थी आंदोलन पर हैं. पटना के गर्दनीबाग में ये शिक्षक धरना पर बैठे थे. लेकिन मंगलवार की शाम पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया.
आज (बुधवार) अभ्यर्थी एक बार फिर से गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. पुलिस से बचकर भागे सैकड़ो शिक्षक अभ्यर्थी पटना के ईको पार्क पहुंच गये. इसके बाद उन्होंने अपने साथ हुए घटना की जानकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दी.
शिक्षकों के द्वारा मिली खबर के बाद तेजस्वी यादव अचानक पटना के ईको पार्क पहुंच गए जहां शिक्षक अभ्यर्थियों ने शरण ली थी. शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच से ही तेजस्वी यादव ने सूबे के मुख्य सचिव दीपक कुमार को फोन लगाया. लाउडस्पीकर ऑन था और तेजस्वी मुख्य सचिव से बात कर रहे थे.
तेजस्वी ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करना किसी का भी अधिकार है. लेकिन शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी-गोली चलायी जा रही है. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्य सचिव को कहा कि या तो आंदोलनकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से धरना देने की इजाजत दी जाये वर्ना वे भी ईको पार्क में ही धरना पर बैठ जायेंगे.
शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच से ही तेजस्वी ने पटना के डीएम को फोन लगाया. उन्हें भी आंदोलनकारियों के साथ हुए घटना की पूरी जानकारी दी और कहा कि उनलोगों को धरना देने की इजाजत दी जानी चाहिये.
तेजस्वी यादव ने कही ये बातें
शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मिडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आप लोगों को पता है, हाईकोर्ट ने सरकार को यह निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाए, इनकी संख्या करीब 94000 है.उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगातार तानाशाह रवैया अपना रही है, जवाब न ही मुख्यमंत्री दे रहे हैं और ना ही शिक्षा मंत्री दे पा रहे हैं क्या यह लोकतंत्र में, अधिकार नहीं है कि जो धरना स्थल सरकार ने तय किया है. गर्दनीबाग में, वहां भी यह धरना नहीं दे सकते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नियुक्ति में धांधली कर रही है, सिपाही बहाली, दरोगा बहाली में सरकार ने खूब धांधली की है.आखिर अब टीचर की बहाली में सरकार कौन सा ऐसा लिस्ट तैयार कर रही है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी सरकार इनको नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है.