गयाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए अपने सरकारी आवास में उन्होंने कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की है. कोविड केयर सेंटर में मुफ्त में इलाज होगा. इसकी शुरुआत के बाद ही अब फिर से राजनीति शुरू हो गई. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और इममागंज विधायक जीतन राम मांझी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि यह सब दिखावा है.
स्थिति संभल गई तो हॉस्पिटल बनाने का क्या मतलब
जीतन राम मांझी ने कहा कि जब पूरा पटना डूबा था, चमकी बुखार या अन्य संकट के समय था तो तेजस्वी यादव कहां थे. आज सब जान रहे हैं कि लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण के दर में काफी गिरावट आई है. इनको कुछ करना ही था तो कोरोना संक्रमण की स्थिति जब भयावह थी तब करते. जब स्थिति संभल गई है तो अब हॉस्पिटल बनाने का क्या मतलब है. अगर सेवा भाव से बनाए ही हैं तो सरकार से डॉक्टर की मांग क्यों कर रहे हैं. सरकार खुद अन्य अस्पतालों में डॉक्टरों व नर्सों को भेज रही है.
नियमतः सरकारी आवास में नहीं होना चाहिए हॉस्पिटल
यदि ऐसा कर यह जनता को दिखाना चाहते हैं कि हमने डॉक्टर मांगा तो सरकार ने नहीं दिया. निजी रूप से सेवा कर रहे हैं अपने स्तर से वे डॉक्टर भी लाएं. घर पर कोविड हॉस्पिटल बना दें तो सरकार डॉक्टर देगी क्या? निजी स्तर से डॉक्टर मंगवा कर इलाज कराएं. आपदा के समय में कोविड केयर सेंटर बनाए हैं यह अच्छी बात है. नियमतः सरकारी आवास पर हॉस्पिटल नहीं होना चाहिए.
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