पटना: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि अगर सत्ता में आए तो वह बीपीएससी उम्मीदवारों की सभी श्रेणियों के लिए ऊपरी आयु सीमा बढ़ा देंगे और उनकी सरकार शिक्षा पर राज्य के बजट का 22 प्रतिशत खर्च करेगी. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीपीएससी द्वारा "देरी" के कारण आयु सीमा पार कर जाने के कारण कई उम्मीदवार परीक्षा मे शामिल होने से वंचित रह जाते हैं.


विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) न तो समय पर कोई परीक्षा आयोजित करता है और न ही समय पर परिणाम की घोषणा करता है, युवा बीपीएससी कार्यालय के बाहर इंतजार करते रहते हैं कि और यह पूछते फिरते हैं कि क्या 2014 की परीक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं.


"अगर BPSC देरी करती है, बिहार के युवा क्यों नुकसान उठाए?"
तेजस्वी ने पूछा, "अगर बीपीएससी (परीक्षा आयोजित करने और परिणाम की घोषणा करने में) देरी करती है, बिहार के युवा क्यों नुकसान उठाए? हम सामान्य और साथ ही आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा बढ़ाएंगे".


उन्होंने यह भी कहा, "अनुबंध प्रणाली को खत्म कर स्थायी आधार पर लोगों को रोजगार देने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता है. बिहार के युवा और छात्र नीतीश सरकार से पूरी तरह निराश हैं." इससे पहले दिन में साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि अगर सत्ता में आए तो "हम कुल बजट का 22 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करेंगे."


तेजस्वी पहले में यह घोषणा कर चुके हैं कि अगर वे सत्ता में आए तो वे पहली ही कैबिनेट में सरकार में 10 लाख नौकरियों को मंजूरी देंगे.


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