पटना: पुलिस लाठीचार्ज से बीजेपी (BJP) नेता की मौत के आरोपों पर बिहार की राजनीति में बवाल मच गया है. इसको लेकर बीजेपी नीतीश सरकार बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगा रही है. वहीं, इस आरोप पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को कहा कि कोई बदला नहीं लिया गया है. शिक्षक के मामले पर सभी लोगों को बुलाकर चर्चा करने की बात सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कही थी. कौन सा ऐसा राज्य है जहां तीन लाख से ज्यादा वैकेंसी निकालकर नौकरियां दी जा रही हैं? आगे डिप्टी सीएम ने कहा कि हम अपने शासनकाल में 10 लाख नौकरियां का आंकड़ा पूरा कर लेंगे, लेकिन बीजेपी दो करोड़ नौकरियां और मंहगाई पर जवाब दे.


शिक्षक संबंधित सभी की शिकायतों को सुनेंगे- तेजस्वी यादव


तेजस्वी यादव ने कहा कि सारे शिक्षक संगठनों से बात हुई है. बीजेपी के प्रदर्शन में तो कोई शिक्षक संगठन शामिल भी नहीं था. ये लोग बेकार के हुड़दंग कर रहे हैं. 18 साल से सत्ता में कौन लोग थे? महागठबंधन की सरकार बनने के बाद यह वैकेंसी निकाली गई है. इसके बाद ही शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिया जा रहा है. इसको लेकर और कोई छोटी-मोटी शिकायत होगी. इस पर संवाद कर रहे हैं. इस मुद्दे पर सभी की शिकायतों को सुनेंगे.


बीजेपी के विधानसभा मार्च के दौरान हुई पुलिस लाठीचार्ज


बता दें कि बिहार में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की बृहस्पतिवार को नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ 'विधानसभा मार्च' में हिस्सा लेने के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आरोप लगाया कि बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज से उनकी मौत हुई है. वहीं, पटना मेडिकल कालेज अस्पताल अधीक्षक आईएस ठाकुर ने कहा कि विजय सिंह को अचेत अवस्था में उनके अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था. उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.


ये भी पढ़ें: LIVE VIDEO: पटना में विधानसभा मार्च के दौरान 'माननीयों' पर चलीं लाठियां! BJP के कई नेताओं को लगी चोटें