पटना: बीजेपी (BJP) विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (Haribhushan Thakur Bachol) के बयान पर विवाद जारी है. इसी क्रम में बुधवार को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बेबाक अंदाज में इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. तेजस्वी ने कहा, " एनडीए के नेता मुस्लिम समुदाय के लोगों से वोटिंग राइट छीनने के बारे में बात करते हैं. लेकिन सिवाए आरएसएस वालों के इस देश की आजादी में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म के लोगों ने कुर्बानी दी है."
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
उन्होंने तिरंगा के बारे में कहा, " लोग तिरंगा के बारे में बात करते हैं, पर 2001 के बाद नागपुर में तिरंगा फहराया गया है क्या." इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर देखते हुए कहा, " आप कहते थे न कि आरएसएस वाले खतरनाक हैं. ये आज आपकी आंखों के सामने ऐसी हरकत कर रहे हैं और आप चुपचाप बैठकर ताली बजा रहे हैं. लेकिन अभी लालू के सिपाही खड़े हैं. किसी माई के लाल में दम नहीं है कि वे मुस्लिम भाइयों से उनका अधिकार छीन ले."
अपनी बातों को आगे बढ़ाते तेजस्वी यादव ने सदन में मौजूद मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) की ओर इशारा करते हुए कहा, " आप भी चुप बैठे हैं. अगर आपकी पार्टी के नेता की बात मानी गई तो आप भी वोट नहीं दे पाएंगे. वहीं, बिहार के मुख्य सचिव का भी वोटिंग राइट को छीन लिया जाएगा." मालूम हो कि बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी हैं, जो मुस्लिम समुदाय से आते हैं.
बीजेपी विधायक ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि बजट सत्र के शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक ने एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान (Akhatarul Iman) पर हमला बोलते हुए कहा था कि 1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था. मुसलमानों को धर्म के आधार पर दूसरा देश मिल गया था. ऐसे में उन्हें वहीं चले जाना चाहिए था. लेकिन अगर अब वो देश में रह रहे हैं तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनकी वोटिंग राइट को समाप्त कर दिया जाए. वो दूसरे स्तर के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा था, " वे लोग आईएसआई के एजेंडे के तहत भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ये लोग क्या कर रहे हैं, वो सभी लोग देख रहे हैं. ये लोग इंसानियत के दुश्मन हैं. ऐसे में उनसे मतदान का अधिकार वापस ले लेना चाहिए. वो अल्पसंख्यक हैं ही नहीं. उनका एजेंडा है पूरे विश्व को इस्लामिक स्टेट बनाना."
(इनपुट- साक्षी झा)
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