पटना: बिहार की राजधानी पटना के गाय घाट स्थित महिला सुधार गृह में महिलाओं और युवतियों के साथ दुर्व्यवहार और शोषण का मामला सामने आने के बाद विवाद जारी है. मामले में पटना हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सरकार को फटकार लगाई है. वहीं, अब तक एफआईआर दर्ज नहीं करने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए समाज कल्याण विभाग से अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में अगली सुनवाई अब सात फरवरी को होगी.
तेजस्वी यादव ने कही ये बात
इधर, इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि राज्य में महिला सुरक्षा पर शुरू से हम लोग सवाल कर उठा रहे हैं. इस घटना की मुझे जानकारी मिली है. मैं आज ही पटना आया हूं. अब इस पर बात करूंगा. इससे पहले मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की घटना हुई थी, जिसके मुख्य आरोपियों को अब तक नहीं पकड़ा गया है. लड़कियों ने जिस मूछ वाले और तोंद वाले की चर्चा की थी, वे लोग कहां हैं. कहीं ना कहीं इन लोगों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है."
नीतीश कुमार ने जमकर साधा निशाना
वहीं, जेडीयू (JDU) द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग किए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि आरजेडी (RJD) शुरू से ही विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रही है. राबड़ी शासन काल से ही ये मांग उठ रही है. अब नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी ये मांग कर रहे. लेकिन वे विशेष राज्य के दर्जे की मांग क्यों कर रहे हैं? वे बताएं कि किससे मांग रहे हैं और देने वाला कौन है. अमेरिका के राष्ट्रपति तो आकर नहीं देंगे ना विशेष राज्य का दर्जा. डबल इंजन की सरकार है और वो सरकार में भागीदार हैं, तो मांग किस बात की है और किससे है, ये जानना जरूरी है.
यह भी पढ़ें -