पटना: बिहार सियासी पारा जून में चढ़ने वाला है. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विपक्षी बैठक की घोषणा कर चुके हैं तो बीजेपी कई रैलियां करने जा रही हैं. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) भी बिहार आने वाले हैं. पीएम मोदी के बिहार दौरा के सवाल पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को कहा कि लोकतंत्र है किसी को कही आने-जाने में रोक नहीं है. हमलोग जब से साथ आए हैं. एनडीए गठबंधन की सरकार टूटी और महागठबंधन की सरकार बनी. इसके बाद से बीजेपी (BJP) 2024 में होने वाले चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर डरी हुई है और वह डर निकल ही नहीं रहा है.
मंदिर से ज्यादा अस्पताल बने ताकि गरीबों को लाभ पहुंचे- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि मुद्दे की बात हो. किसान, नौजवान, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी घटाने और महंगाई कम करने की बात हो. ये असली मुद्दे हैं जिससे लोग जुझते हैं. ये बात ठीक है कि मंदिर बने और लोग पूजा करें लेकिन हमारी तो चाहत है कि मंदिर से ज्यादा अस्पताल बने ताकि गरीबों को लाभ पहुंचे. विद्यालय और विश्वविद्यालय भी बने. हम चाहते हैं कि अपने राज्य में खुशहाली हो. हम लगातार ये कोशिश कर रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त हो. बिना बिहार के विकास हुए देश का विकास नहीं हो सकता है.
बीजेपी और महागठबंधन आमने-सामने
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी के जनसंपर्क कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए अगले महीने राज्य के दौरे की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. अभी तारीख की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, यह दौरा राज्यव्यापी महासंपर्क अभियान के दौरान होगा जो बुधवार को शुरू हुआ और 30 जून को समाप्त होगा. वहीं, सीएम नीतीश के नेतृत्व में 12 जून को पटना में विपक्षी पार्टियों की बैठक होने जा रही है. इन दोनों कार्यक्रम को लेकर अभी बिहार की राजनीति गरम है. महगठबंधन और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.