पटना: जातीय गणना रिपोर्ट (Bihar Caste Survey Report) आने के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने (Tejashwi Yadav) इस मुद्दे पर सोमवार को मीडिया से खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश और बिहार को बधाई देना चाहते हैं. हम लोगों की शुरू से ही मांग रही है कि जाति आधारित गणना की जाए. हम लोगों ने जाति आधारित गणना और सर्वेक्षण करवाया है और जिसका आंकड़ा आज जारी किया गया है. कम समय में सरकार के द्वारा आकड़ा जारी कर दिया गया है. सभी जाति में गरीब हैं और सभी लोगों के लिए योजनाएं चलाई जाएगी.


'जो पिछड़े हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने की कोशिश की जाएगी'


तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के द्वारा अवरोध उत्पन्न करने की कोशिश की गई. जब हम नेता विरोधी दल थे तो हमने इस चीज को लेकर प्रस्ताव रखा था और नीतीश कुमार ने महानता दिखाते हुए हमारी बातों को सुना था. 84-85 प्रतिशत पिछड़ा और अति पिछड़ा के जो लोग हैं उनका आकड़ा अब सामने आ गया है. जो साइंटिफिक डेटा मिला है उसके तहत आप जो पिछड़े हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने की कोशिश की जाएगी.


आर्थिक सर्वे पर होगी विचार- तेजस्वी यादव


डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री और बीजेपी के जो लोग हैं पूरे देश में जातीय गणना का काम करना चाहिए. वहीं, आर्थिक सर्वे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी पार्टियों हम लोग एक साथ बैठेंगे और इस पर भी चर्चा की जाएगी. बता दें कि बिहार सरकार ने राज्य में कराए गए जाति आधारित सर्वे के नतीजे जारी कर दिए हैं, जिसमें खुलासा हुआ कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 प्रतिशत हैं. बिहार के विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से 36 प्रतिशत के साथ ईबीसी सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है. इसके बाद ओबीसी 27.13 प्रतिशत हैं.


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