जमुई: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में मंगलवार (26 सितंबर) को आयोजित कार्यक्रम में जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की बदहाली के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं. 2023 तक तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सीएम बनाने के लिए कहा था. अब तरह-तरह का नाटक कर रहे हैं. कार्यक्रम में मांझी ने पीएम मोदी (PM Modi) की भी खूब तारीफ की.
जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश सोचते कुछ और करते कुछ हैं. नीतीश कुमार हमसे दो साल छोटे हैं. शिक्षा में भी राजनीति में भी. मांझी ने कहा कि वह (नीतीश) अपने पसंद के मंत्री बनाना चाहते थे. एक लिस्ट दी थी. बिना पूछे मंत्रियों को विभाग बांट दिया. सीएम हम और निर्णय वह ले रहे थे. मीडिया ने लिखा रबर स्टांप हैं जीतन राम मांझी. रिमोट से चल रहे हैं. तब मेरी चेतना जाग गई.
'पीएम मोदी ने मुझे काफी सम्मान दिया'
कार्यक्रम के दौरान ही जीतन राम मांझी ने पीएम मोदी की तारीफ में पुल बांध दिया. कहा कि पीएम मोदी ने मुझे काफी सम्मान दिया है. देश के लिए बेहतर काम कर रहे हैं. 508 स्टेशन के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं. पीएम गरीबों के बारे में सोचते हैं. नीतीश कुमार को सत्ता चाहिए. 4200 करोड़ से गंगाजल, पीने को पानी नहीं और तर्पण पर इतना खर्च? मांझी ने यह भी कहा कि पटना का म्यूजियम फिजूलखर्ची है. कोर्ट ने भी टिप्पणी की है. 221 करोड़ में बना है. नए म्यूजियम को लेकर 371 करोड़ का अंडरपास बन रहा है. यह भी फिजूलखर्ची है.
मांझी ने पूछा- गरीब कहां से भरेगा जुर्माना?
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर कहा कि गरीब दवा के रूप में दारू पिएं तो कोई हर्ज नहीं है. आज सभी बड़े लोग 10 बजे के बाद दारू पी रहे हैं. उन्हें नीतीश जेल नहीं भेजते हैं. गरीब 500 कमाएगा तो दारू का दो हजार जुर्माना कहां से भरेगा? शराबबंदी ठीक लेकिन गरीबों के साथ अन्याय ठीक नहीं. वैसे दारू नहीं पीना चाहिए. यह अच्छी चीज नहीं है.