पटना: बिहार के राघोपुर से दूसरी बार आरजेडी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन करने जाने से पहले तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा है कि वे अपने गृह जिले नालंदा से कोई क्षेत्र चुनकर नामांकन करें. हम भी वहीं से नामांकन करेंगे और हरा कर दिखाएंगे. उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे 2012 में भाजपा से अलग हो गये, 2015 में हमारे साथ आ गये और फिर हमसे भी अलग हो गये. अगर इसी तरह की सरकार चाहिए तो बिहार का विकास संभव नहीं है. उनकी न कोई नीति है, न कोई विचारधारा है और न ही कोई सिद्धांत है.
नित्यानंद राय के बयान पर तेजस्वी का पलटवार
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं, जो कहते हैं वो करते हैं. हमलोगों ने तय किया था कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाएंगे, भले ही हमारी सीट कम आये ज्यादा आये. अगर हम सत्ता में आते हैं तो पहली कैबिनेट मिटिंग में ही दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे. उन्होंने गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बताएं कि बेरोजगारी के आतंक, गरीबी के आतंक व भुखमरी के आतंक पर उनका क्या कहना है. नित्यानन्द राय ने कहा था कि बिहार में अगर आरजेडी की सरकार बनेगी तो कश्मीर से सफाया किए जा रहे आतंकी बिहार में पनाह लेंगे.
राघोपुर विधानसभा सीट पर नामांकन करने से पहले तेजस्वी यादव ने अपनी मां राबड़ी देवी व बड़े भाई तेजप्रताप यादव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इस दौरान हाथ में लालू यादव की तस्वीर लिए राबड़ी देवी ने तेजस्वी को जीत का आशीर्वाद देते हुए कहा कि जनता व माता-पिता सबका आशीर्वाद तेजस्वी के साथ है. बिहार की जनता के आशीर्वाद से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे.
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव दूसरी बार राघोपुर विधानसभा सीट से नामांकन कर रहे हैं. इसके पहले 2015 में उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की थी.
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