पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के बहाने केंद्र और राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि एनडीए के डबल इंजन की सरकार किसान, मजदूर और नौजवान विरोधी है. केंद्र सरकार ने जो तीन कृषि विधेयक लाए, उसका देशभर के किसान विरोध कर रहे हैं. इससे नाराज केंद्र सरकार की सहयोगी मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया.


किसान चुन-चुनकर लेंगे बदला


उन्होंने आगे कहा कि इस विधेयक से बिहार के किसान भी हताश हो गए हैं. आने वाले समय में बिहार के किसान उनसे चुन-चुनकर बदला लेंगे. तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे कहते हैं कि कुछ बिहारी मजे लेने के लिए बाहर जाते हैं. यह कह कर सुशील मोदी ने किसानों, मजदूरों और गरीबों का अपमान किया है. आने वाले समय में बिहार की जनता उन्हें भी सबक सिखाएगी.


डीएनए रिपोर्ट का क्या हुआ ?


इसके अलावे तेजस्वी यादव ने पटना की सड़कों पर लगे पोस्टर के बहाने भी नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने 2015 में बाल और नाखून क्यों कटवाये थे? उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा कि प्रधानमंत्री ने जो डीएनए पर सवाल उठाया था, उस रिपोर्ट का क्या हुआ?


प्रधानमंत्री के चेहरे का इस्तेमाल कर रहे सीएम नीतीश


तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि नीतीश जी प्रधानमंत्री के चेहरे का इस्तेमाल कर रहे हैं. नीतीश जी हार गए हैं, हताश हो गए हैं, ऐसे में अब उनका सहारा ले रहे हैं. उनकी हालत नाजुक हो गई है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के वीआरएस लेने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि एक व्यक्ति कहां क्या करता है उसपर बोलना समय बर्बाद करने जैसा है.


25 सितम्बर को बिल के विरोध में करेंगे प्रदर्शन


बता दें कि तेजस्वी यादव ने किसान बिल के विरोध में 25 सितम्बर को सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की बात कही है. उनका कहना है कि उनकी पार्टी राजद किसानों, गरीबों व मजदूरों की ही पार्टी है. हालांकि जब तेजस्वी से पूछा गया कि क्या उनके सहयोगी दल भी उनके साथ सड़क पर उतरेंगे, इस सवाल पर तेजस्वी बचते दिखे.


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