पटनाः फुलवारी शरीफ टेरर मिशन (Phulwari Sharif Terror Mission) मामले में एसआईटी, एनआईए और एटीएस की टीम लगातार पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान पटना से गिरफ्तार संदिग्ध मो. जलालुद्दीन ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से अपने संबंध की बात कबूल कर ली है. जलालुद्दीन के साथ नुरुद्दीन जंगी भी पुलिस रिमांड की रिमांड पर है जिसे लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में दोनों ने कई खुलासे किए हैं.
रिमांड पर पूछताछ में झारखंड पुलिस का रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर मोहम्मद जलालुद्दीन ने स्वीकार किया कि केरल, कर्नाटक सहित दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले ट्रेनरों को ठहराने की व्यवस्था वही कराता था. उसने बताया कि फुलवारी शरीफ में उसने अपने घर अहमद पैलेस को ट्रेनिंग के लिए संदिग्ध आतंकी अतहर परवेज को दिया था. इस दौरान कई ऐसे सवाल पूछ गए जिससे उनके पसीने छूटने लगे.
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पूछे गए इस तरह के सवाल
- जलालुद्दीन से पूछा गया कि क्या झारखंड में पोस्टिंग के दौरान भी वह पीएफआई के संपर्क में था?
- वकील नुरुद्दीन जंगी से पूछा गया कि पीएफआई से किसके कहने पर जुड़ा?
- पीएफआई के किन किन सदस्यों की कोर्ट में पैरवी की?
- विभिन्न राज्यों में हमेशा किस मकसद से जाता था?
आज समाप्त हो रही रिमांड अवधि
सूत्रों की मानें तो नुरुद्दीन जंगी ने बताया कि वह पेशे से वकील है. उसी सिलसिले में उसका दिल्ली, लखनऊ समेत दूसरे राज्यों में आना-जाना होता था. बता दें कि मोहम्मद जलालुद्दीन और वकील नुरुद्दीन जंगी को 48 घंटे की रिमांड पर लिया गया है. आज दोनों की रिमांड अवधि समाप्त हो रही है. एसआईटी, एनआईए और एटीएस की टीम ने दोनों से पूछताछ की है.
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