हाजीपुर: बिहार के दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार स्थित अलंकार ज्वेलर्स से बीते दिनों हुए सोना लूट के कथित मुख्य आरोपी मनीष सहनी ने बुधवार को हाजीपुर कार्ट में सरेंडर कर दिया. हालांकि, सरेंडर से पहले उसने फेसबुक लाइव आकर खुद के दरभंगा लूटकांड में शामिल होने की बात से इनकार की और सीएम नीतीश से मामले में न्याय की गुहार लगाई. वहीं, जिला पुलिस की मानें तो मनीष ने दरभंगा लूटकांड मामले में नहीं बल्कि उसपर दर्ज अन्य मामलों में कोर्ट ने सरेंडर किया है.


दरअसल, दरभंगा सोना लूटकांड को लेकर दरभंगा पुलिस पिछले कई दिनों से हाजीपुर में मुख्य आरोपी मनीष साहनी की तलाश को लेकर कैंप कर रही थी. पुलिस ने मनीष को मुख्य आरोपी मानते हुए उसकी गिरफ्तारी के लिए दर्जनों ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन शातिर अपराधी दरभंगा पुलिस के हाथ नहीं लगा.


ऐसे में दरभंगा पुलिस मनीष की गिरफ्तारी के लिए उसकी पत्नी और दोस्त को गिरफ्तार कर दरभंगा ले गए और वहां मनीष के ठिकानों के संबंध में पूछताछ की. फिर भी सफलता हासिल नहीं हुई. इधर, कई जिलों में दर्जनों मामलों में फरार चल रहें कुख्यात मनीष सहनी ने बुधवार को हाजीपुर कोर्ट में रंगदारी और फायरिंग मामलें में सरेंडर कर दिया.


हालांकि, सरेंडर से मनीष ने पहले फेसबुक पर लाईव आकर बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि दरभंगा सोना लूट मामले की जांच सही से कराएं. उसने कहा कि लूटकांड में उसे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. बता दें कि इस कांड में नगर थाना पुलिस ने कई दिन पूर्व मनीष के भाई विकास कुमार उर्फ पकला को जिले के नखास चौक स्थित घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.


इधर, जैसे ही मनीष के कोर्ट में सेंरेडर की जानकारी नगर थाना और दरभंगा पुलिस को लगी वो तुरंत कोट कैंपस में पहुंचे. लेकिन तब तक कोर्ट ने मनीष को जेल भेजने की पूरी तैयरी कर ली थी. इस मामलें में दरभंगा पुलिस ने बताया कि कोर्ट के नियम को मानते हुए रिमांड पर लेने के लिए पूरी प्रकिया से गुजरेगें और मनीष को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगे.


वहीं, नगर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि मनीष ने बुधवार को चुपके से सेरेंडर कर दिया है. हालांकि, दरभंगा पुलिस कुछ भी जानकारी देने से हिचक रही है. मनीष के उपर नगर थाना क्षेत्र के कोनहारा नमामी गंगे प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहें चौकीदार के हत्या का भी मामला दर्ज है. इसके अतिरिक्त उसके खिलाफ दो दर्जन लूट, छिनतई, हत्या समेत विभिन्न जिलों के थाना में 50 से अधिक मामला दर्ज हैं.


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