भोले-भाले कस्टमर्स के साथ फर्जीवाड़ा कर रहा था ग्रामीण बैंक का मैनेजर, ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
शाखा प्रबंधक सीएसपी संचालक मुकेश कुमार के साथ मिलकर लोगों से ऋण की वसूली करवा रहे थे. वो जो राशि वसूली करके लाता था, वह दोनों अपने बीच बांट लेते थे.
सहरसा: बिहार के सहरसा जिले से चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है. मामला जिले के सत्तरकटैया प्रखंड का है, जहां उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का मैनेजर भोलेभाले कस्टमर्स के साथ फर्जीवाड़ा कर रहा था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब बैंक से ऋण लेने वाले दो कस्टमर ने ऋण के किस्त दिए तो सही, लेकिन उनका ऋण चुकता नहीं हुआ. जब इस बात तहकीकात की गयी तो पता चला जो पैसे उन्होंने दिए थे, वो बैंक मैनेजर ने अपने एक और सहयोगी के साथ मिलकर गबन कर लिया है.
बैंक मैनेजेर ने ऋण चुकाने के लिए बनाया दबाव
दरसअल, जिले के पटोरी निवासी सीताराम ठाकुर और शिवशंकर ठाकुर ने उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक से छोटी सी राशि ऋण के रूप में ली थी. लेकिन वो ऋण चुकाने में असमर्थ हो गए. इधर, ऋण चुकाने में असमर्थ उक्त दोनों व्यक्ति पर बैंक के शाखा प्रबंधक हरेराम साफी ने दबाव बनाया और कहा कि दोनों जल्द से राशि चुकता करें नहीं तो दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बैंक के रसीद को बताया फर्जी
ऐसे में डरे सहमे सीताराम ठाकर और शिवशंकर ठाकुर ने शाखा प्रबंधक ने जो राशि बताया उसे किस्त वार जमा कर दिया. इधर, राशि जमा करने के बाद जब वे दोनों बैंक गए और ब्रांच मैनेजर हरेराम साफी से नो ड्यूज मांग तो उन्होंने कहा कि उनलोगों का पैसा जमा ही नहीं हुआ. इस बात को गलत बताते हुए जब दोनों ने अपना जमा रसीद दिखाया, तो उन्होंने बताया ये गलत है. जबकि उक्त रसीद पर बैंक मैनेजर का ही हस्ताक्षर था. वहीं, बैंक का मुहर भी लगा हुआ है.
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद जब इसकी जांच की गई तो ये बात सामने आया शाखा प्रबंधक सीएसपी संचालक मुकेश कुमार के साथ मिलकर लोगों से ऋण की वसूली करवा रहे थे. वो जो राशि वसूली करके लाता था, वह दोनों अपने बीच बांट लेते थे. जांच में ये बात भी सामने आई कि इसी तरह वे उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के लगभग सैकड़ों व्यक्ति के राशि घोटाला हो गया है और किस भी ऋण धारक को नो ड्यूज नहीं दिया गया है.
दोनों ने एक-दूसरे पर दर्ज कराया एफआईआर
इधर, मुकेश के संबंध में पूछताछ की गई तो शाखा प्रबंधक हरेराम साफी ने बताया कि उसके ऊपर बिहरा थाना में प्रथमिकि दर्ज कर दी गयी है. इधर, ब्रांच मैनेजर के कांड दर्ज कराने के बाद उक्त व्यक्ति इस भी अपने पिता के माध्यम से ब्रांच मैनेजर पर बिहरा थाना में ही कांड दर्ज करा दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक सत्तरकटैया के शाखा प्रबंधक कई वर्षों से वहीं डटे हुए हैं और अपने मन मर्जी से बैंक का संचालन कर रहे हैं.
इस बाबत जब मीडिया ने बिहरा थाना अध्यक्ष प्रमोद झा से टेलीफोन से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला दर्ज हो गया है. आईओ फिलहाल डिप्टेसन में सुपौल में हैं उनके आते ही गिरफ्तारी की जाएगी.
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