आठ महीने से घर में कैद थी नवविवाहिता, दहेज के लिए ससुराल वालों ने बना रखा था बंधक
शादी के कुछ ही महीने बाद ससुराल वाले नवविवाहिता को प्रताड़ित करने लगे. वहीं, दहेज के रूप में और दस लाख रुपए लाने की बात करने लगे. दहेज नहीं देने पर पति ने भी पत्नी से बात करना छोड़ दिया.
सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के किसनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में आठ महीने से घर में कैद नवविवाहिता को ग्रामीणों के प्रयास से बुधवार को मुक्त कराया गया. महिला थानाध्यक्ष प्रमिला कुमारी ने बुधवार को पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली. हाट परिसर में पुलिस को देखते ही सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए.
लोगों ने महिला को पुलिस को सौंपा
मौके पर मौजूद लोगों ने एक स्वर में घटना पुष्टि करते हुए सास-ससुर द्वारा नवविवाहिता को प्रताड़ित करने की बात कही. उन्होंने बताया कि इस बात को लेकर कई बार स्थानीय स्तर पर पंचायत भी की गई. मगर ससुर विक्रम चौधरी ने बात मानने से इंकार कर दिया. ऐसे में गुस्साए ग्रामीणों ने बुधवार को घर का ताला तोड़कर पीड़िता को घर से बाहर निकाल कर महिला थाना की पुलिस को सुपुर्द कर दिया.
मिली जानकारी अनुसार किसनपुर बाजार निवासी विक्रम चौधरी के बेटे संजय चौधरी से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दिल्ली के नोएडा में 07 मार्च, 2018 को पीड़िता की शादी हुई थी. शादी में दहेज के रूप में कार सहित 17 लाख का सामान उपहार स्वरूप भेंट किया गया था. शादी के बाद विदाई कराकर पीड़िता को किसनपुर लाया गया था. उसकी एक डेढ़ साल की बच्ची भी है.
10 लाख रुपये की कर रहे थे मांग
शादी के कुछ ही महीने बाद ससुराल वाले मोना कुमारी जायसवाल को प्रताड़ित करने लगे. वहीं, दहेज के रूप में और दस लाख रुपए लाने की बात करने लगे. दहेज नहीं देने पर पति ने भी पत्नी से बात करना छोड़ दिया. काफी तंग करने के बाद भी जब पीड़िता घर से नहीं गई, तो उसे बाजार स्थित दो मंजिला मकान के ऊपर के कमरे में कैद दिया.
इस बीच पीड़िता के पिता भैरव गांव निवासी गौरी शंकर चौधरी ने अपने बेटे को मोना को देखने के लिए भेजा तो उसे उससे मिलने नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को इकट्ठा कर घर का ताला तुड़वाया. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी बी-टेक पास है. वे सभी दिल्ली में रहते हैं. ससुराल वाले भी दिल्ली में रहते थे. दिल्ली में ही शादी हुई. शादी में 17 लाख का सामान दिया गया, जिसमें कार भी शामिल है.
पीड़िता के पिता की मानें तो ससुराल वाले और 10 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं. नहीं देने पर ससुर विक्रम चौधरी, सास आभा देवी, ननद राखी कुमारी और चांदनी कुमारी द्वारा मोना को बंधक बना दिया गया. खाना मांगने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी.
महिला थाना अध्यक्ष ने कही ये बात
इस मामले में महिला थानाध्यक्ष प्रमिला कुमारी बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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