सुपौल: बाल विवाह पर देश भर में रोक है. लेकिन सरकारी निर्देश के बाबजूद ग्रामीण इलाकों में नाबालिग लड़कियों की शादी कराने का मामला अक्सर प्रकाश में आता है. ताजा मामला बिहार के सुपौल जिले का है, जहां मंगलवार की देर रात प्रशासन की सतर्कता से नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई गई. दरअसल, पिपरा थाना क्षेत्र के पथरा दक्षिण वार्ड नंबर-7 में देर रात गुपचुप तरीके से नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही थी. 


दुल्हन की उम्र 15 साल


इस बात की सूचना किसी ने पिपरा बीडीओ को फोन पर दे दी. वहीं, सदर एसडीएम को भी इसकी सूचना दी गई. अधिकारियों को बताया गया है कि स्थानीय निवासी द्वारा बेटी का बाल विवाह कराया जा रहा है. इसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की. इस दौरान आधार कार्ड में दुल्हन की उम्र 15 साल पाई गई. जबकि दूल्हे ने अपनी उम्र 22 साल बताई.


मिली जानकारी अनुसार लड़का दिल्ली का रहने वाला है और शादी करने के लिए बिहार आया था. इस संबंध में आसपास के किसी को भी कोई जानकारी नहीं थी. फोन के माध्यम से पिपरा प्रखंड विकास पदाधिकारी को किसी ने सूचना दी. ऐसे में अनुमंडल पदाधिकारी सुपौल मनीष कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी पिपरा लवली कुमारी और थाना पिपरा से पुलिस बल दल के साथ मौके पर पहुंचे और शादी रुकवाई.


प्रशासन की तत्परता से रुका बाल विवाह


एसडीएम मनीष कुमार ने शादी के लिए आए दूल्हे का आधार कार्ड चेक किया. वहीं, जब दुल्हन का आधार कार्ड जांच किया गया तो दुल्हन की उम्र महज 15 साल निकली, जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए नाबालिग लड़की की शादी रोकवा दी गई. एसडीएम सुपौल मनीष कुमार ने बताया कि इस मामले में दूल्हा, दूल्हा का तथाकथित भाई और लड़की के पिता को गिरफ्तार कर बाल संरक्षण एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है. वहीं, लड़की को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है.


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