पटना: केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के विरोध में मंगलवार को जप संरक्षक पप्पू यादव राजधानी पटना की सड़कों पर उतरे. इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और किसानों के साथ मिलकर कृषि कानून को किसान विरोधी बताते हुए केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पिछले कई दिनों से कृषि क़ानून के विरोध में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे पार्टी कार्यकर्ता मंगलवार को पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव की नेतृत्व में राजभवन मार्च के लिए निकले.


इधर, पटना के पहाड़ी स्थित जीरो माइल से राजभवन मार्च के लिए निकले पप्पू यादव और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और सैकड़ों किसानों को पटना पुलिस ने रास्ते में बैरिकेडिंग कर रोक दिया. इसपर भी जब पार्टी कार्यकर्ता नहीं मानें तो पहले पुलिस ने उनपर वाटर कैनन से पानी की बौछार की और फिर भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठीचार्ज किया.


इधर, पार्टी कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज से नाराज जन अधिकार पार्टी ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो जारी कर कहा कि नीतीश कुमार की पुलिस आंदोलनकारियों के साथ किस तरह का व्‍यवहार करती है, जरा आप भी देख लीजिये. यह वही पुलिस वाले हैं, जिनका अपराधियों पर कोई जोर नहीं चलता है.


लाठीचार्ज की निंदा करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है. मैं इस लाठीचार्ज की घोर निंदा करता हूँ. जनता इस पुलिसिया कार्रवाई का जवाब जरूर देगी. आपको बता दें कि जाप किसानों के समर्थन में तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हुई है. मंगलवार धरने का सातवां दिन था.


जाप अध्यक्ष ने कहा कि ये कृषि कानून नहीं काला कानून है. हम किसानों की आवाज को उठाते रहेंगे. नरेंद्र मोदी की सरकार 130 करोड़ लोगों का अधिकार छीन मुठ्ठी भर पूंजीपतियों के हाथों में देना चाहती है. इस दौरान पार्टी के महासचिव राजेश रंजन पप्पू और छात्र नेता मनीष कुमार और प्रिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.