पटनाः देश भर में फिर एक बार कोरोना संक्रमण ने तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. रोजाना कोरोना के सैकड़ों नए मरीज मिल रहे हैं. बिहार में भी कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. राजधानी पटना की स्थिति सबसे खराब है. वहीं, अन्य जिलों में भी रोजाना नए मरीज मिल रहे हैं. पिछले एक सप्ताह के आंकड़े को देखें तो महज सात दिनों में राज्य में कोरोना के मामलों में 330 फिसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की परेशानी बढ़ा दी है. वहीं, आम लोगों में भी दहसत का माहौल है.
एक सप्ताह पहले और अब के आंकड़े
एक सप्ताह पहले के आंकड़ों को देखा जाए तो राज्य में कोरोना के 4,143 एक्टिव केसेज थे. इनमें से सबसे अधिक 1,881 मरीज पटना के थे. जबकि अन्य जिलों में भी नए मरीजों की संख्या में वृद्धी दर्ज की गई थी. वहीं, कोरोना जांच की संख्या की बात करें तो 5 अप्रैल, 2021 तक राज्य में कुल जांच की संख्या 2,40,29,011 थी.
वहीं, 12 अप्रैल, 2021 के आंकड़ों को देखा जाए तो राज्य में कोरोना के 17,052 एक्टिव केसेज थे. कोरोना जांच की संख्या की बात करें तो राज्य में कुल जांच की संख्या 2,46,49,983 थी. ऐसे में तुलना की जाए तो राज्य में महज सात दिनों में कोरोना के 12,909 नए मामले सामने आए हैं. जबकि पिछले एक सप्ताह में 6,20,972 लोगों की कोरोना जांच की गई है.
सीएम नीतीन ने किया था ये एलान
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9 अप्रैल, 2021 को पीसी की थी. इस दौरान उन्होंने एलान किया था कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सूबे के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान को अगले 1 सप्ताह तक बंद रहेंगे.
इसके साथ ही कोरोना को लेकर आम लोगों के मूवमेंट पर भी पांबन्दी लगाई गई है. सरकारी आदेश के अनुसार राज्य में 30 अप्रैल तक अब दुकानें शाम के 7:00 बजे तक ही खुलेंगे. वहीं, होटल-रेस्टोरेंट शाम के 7:00 बजे के बाद भी खुले रहेंगे. इसके अलावा सिनेमा हॉल में 50% लोगों को ही प्रवेश करने की अनुमति होगी. सभी धार्मिक स्थलों पर 30 अप्रैल आम लोगों के प्रवेश को वर्जित किया गया है.
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