पूर्व विधायक के निधन के थोड़ी देर बाद पत्नी की भी हुई मौत, एक ही चिता पर किया गया अंतिम संस्कार
पूर्व विधायक की मौत के बाद घर में मातम पसर गया. इधर, पति की मौत से आहत पत्नी शारदा देवी ने भी कुछ ही मिनटों बाद दम तोड़ दिया. पति-पत्नी की एक साथ मौत होने के बाद दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया.
गोपालगंज: मौजूदा समय में एक तरफ जहां रोजाना रिश्तों के टूटने का मामला सामने आता है, बिहार के गोपालगंज से ऐसा मामला सामने आया है, जो मर्माहत करने वाला है. गोपालगंज निवासी पूर्व विधायक राजनंदन यादव जाते-जाते भी अपनी पत्नी से साथ जीने-मरने का वादा निभा गए. दरअसल, मंगलवार को जिले के महारानी गांव में पूर्व विधायक राजनंदन राय (85 वर्ष) का निधन हो गया.
पूर्व विधायक की मौत के बाद घर में मातम पसर गया. इधर, पति की मौत से पत्नी शारदा देवी (82 वर्ष) इतनी आहत हुईं कि 20 मिनट बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया. ऐसे में एक साथ पति-पत्नी के निधन से लोग जहां शोककुल थे. वहीं, दोनों के एक साथ दुनिया से विदा होने की पूरे गांव में चर्चा होने लगी. लोगों का कहना था कि यह घटना दोनों के अटूट प्रेम का प्रमाण है. दोनों साथ जीने-मरने का वादा निभा गए.
इधर, दंपती की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. बुजुर्गों का कहना था कि शादी के समय सात जन्मों तक साथ निभाने का जो वचन दोनों मंडप पर लिया था, उसे पति की मौत के बाद पत्नी ने पूरा कर दिया. ऐसे में एक ही चिता पर पति-पत्नी की अर्थी सजी और डुमरिया स्थित नारायणी नदी के तट पर दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया.
बता दें कि गोपालगंज जिले के महम्मदपुर थाना क्षेत्र के महारानी गांव के निवासी और पूर्व विधायक राजनंदन राय पिछले दो सप्ताह से बीमार चल रहे थे. इसी क्रम में मंगलवार को उनका निधन हो गया. वे कांग्रेस से 1969 से 1972 तक सीतामढ़ी के सोनबरसा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे थे. उनके पिता सिंघेश्वर राय 1957 से 1960 तक विधायक थे और उनके बड़े भाई रामनंदन राय 1960 से 1962 और फिर 1967 से 1969 तक विधायक थे.