नीतीश कैबिनेट में शामिल हुए ये मंत्री हैं दागी, कुछ के खिलाफ गंभीर मामलों में दर्ज हैं केस
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई और सुपौल जिले के छातापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक नीरज कुमार बब्लू का नाम भी दागी मंत्रियों की लिस्ट में शामिल है. अलग-अलग धाराओं के तहत इनके ऊपर कुल तीन मामले दर्ज हैं.
पटना: बिहार में सीएम नीतीश के मंत्रिमंडल का सरकार गठन के तकरीबन तीन महीने बाद विस्तार हो चुका है. ऐसे में अब जनता की नजर उन चेहरों पर है, जिनको मंत्री बनाया गया है. बता दें कि मंगलवार को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में जेडीयू और बीजेपी के 17 विधायकों और विधान पार्षदों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इन में वो नाम भी शामिल हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बता दें कि दरभंगा जिले के बहादुरपुर सीट से जेडीयू के विधायक मदन सहनी, जिन्हें समाज कल्याण मंत्री बनाया गया है, उनपर आईपीसी की धारा-188 के तहत दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. एक मामला दरभंगा के बहादुरपुर और दूसरा घनश्यामपुर थाने में दर्ज है. वहीं, पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी सीट से बीजेपी के विधायक प्रमोद कुमार पर कुल चार आपराधिक मामले दर्ज हैं. गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार पर दो गुटों को आपस में लड़वाने का भी मामला चल रहा है.
नीरज सिंह बब्लू हैं दबंग नेता
इधर, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई और सुपौल जिले के छातापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक नीरज कुमार बब्लू का नाम भी दागी मंत्रियों की लिस्ट में शामिल है. अलग-अलग धाराओं के तहत इनके ऊपर कुल तीन मामले दर्ज हैं. दबंग छवि के लिए मशहूर विधायक नीरज कुमार ने मंत्री बनाए जाने पर अपनी पार्टी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद किया है. वहीं, उन्होंने अपने ऊपर चल रहे केस को लकर सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि जंगल राज के समय उनपर मुकदमें हुए हैं. जो व्यक्ति संघर्ष करके राजनीति में ऊपर आता है, उसपर मुकदमें होते हैं.
निर्दलीय विधायक सुमित सिंह के खिलाफ दर्ज है केस
गोपालगंज सीट से बीजेपी विधायक सुबाष सिंह के खिलाफ भी कुल 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें 5 एफआईआर गोपालगंज और छठा थावे के मांझगढ़ थाना में दर्ज है. इन्हें नीतीश सरकार में सहकारिता मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है. पथ निर्माण मंत्री और पटना के बांकीपुर सीट से विधायक नितिन नवीन के ऊपर कुल 5 अपराधिक मामलों में केस दर्ज हैं. हालांकि, किसी में भी अब तक विधायक के खिलाफ चार्ज फ्रेम नहीं हुआ है.
वहीं, इकलौते निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह पर मुंगेर के कोतवाली थाना में ट्रस्ट के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी करने के मामले में एफआईआर दर्ज है. सुमित जमुई जिले के चकाई सीट से निर्दलीय विधायक हैं, लेकिन उन्होंने अपना समर्थन नीतीश कुमार को दिया है.
जमा खान की छवि है दागदार
इधर, सहरसा सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे सुनील कुमार सिंह भी आपराधिक छवि के नेता हैं. उनके ऊपर एक आपराधिक मामला सहरसा के सदर थाना में दर्ज है. वहीं, नीतीश कैबिनेट के सबसे नेता और कैमूर के चैनपुर विधानसभा के विधायक जमा खान की छवि सबसे अधिक दागदार है. उनके ऊपर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें दो केस भभुआ और एक चैनपुर थाने में दर्ज है. बता दें कि जमां खान को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है.
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