कैमूर: बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया अनुमंडल की रहने वाली गीता अनुमंडल में सड़क हादसे का शिकार हुए लोगों के लिए मसीहा हैं. इलाके में सड़क हादसे में घायल हुए लोगों की मदद के लिए पुलिस या एम्बुलेंस पहुंचे ना पहुंचे लेकिन 'मैडम' गीता उनकी मदद के लिए जरूर पहुंचती हैं. दिन हो या रात गीता घायलों की मदद के लिए तत्पर रहती हैं. उनके इस नेक काम के लिए जिला से लेकर राज्य और दिल्ली तक उन्हें सम्मानित किया गया है.
बीते दिनों जिले में हुए सड़क हादसे में शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. लेकिन फ़ोन करने के घंटों बाद भी अस्पताल से ना एंबुलेंस पहुंचा और ना ही पुलिस उसकी मदद के लिए आगे आई. इधर, जब मैडम गीता को इस बात की जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंची और ऑटो से घायल को लेकर अस्पताल पहुंच गईं. घायल शख्स कैमूर जिले का भी नहीं था, उसके बावजूद मैडम गीता ने उसकी मदद की.
मिली जानकारी अनुसार मैडम गीता ब्लड की कमी होने पर ब्लड भी उपलब्ध कराती हैं और जिस मरीज के साथ उसके परिजन नहीं होते, वो पूरे समय उनके साथ रहती हैं. उनके इस सराहनीय कार्य के लिए बिहार सरकार के पूर्व परिवहन मंत्री निराला कुमार ने उन्हें सड़क सुरक्षा पखवारे में सम्मानित भी किया था. वहीं, कैमूर डीएम के हाथों भी मैडम कई बार सम्मानित हो चुकी हैं.
इस संबंध में जब उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ये काम करने से उन्हें बहुत सुकून मिलता है. अब तक वो हजारों लोगों को अस्पताल पहुंचा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि जिले में अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं. ऐसे में जब भी उन्हें किसी दुर्घटना की सूचना मिलती है, तो वे मदद के लिए पहुंच जाती हैं. उनका कहना है कि वो जब तक जिंदा रहेंगी, तब तक यह सेवा वो अपने हाथों से करती रहेंगी. उन्हें इस काम को करने से कोई रोक नहीं सकता