Khan Sir News: 70वीं बीपीएससी (70th BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा से पहले नॉर्मलाइजेशन के विरोध में बच्चों के साथ खान सर भी प्रदर्शन में उतरे थे. उनकी मांग थी कि आयोग एक नोटिफिकेशन जारी करके यह कह दे कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा. इस बीच खान सर की तबीयत भी बिगड़ गई थी. अस्पताल में वे भर्ती हुए थे. इससे पहले उन्हें हिरासत में भी लिया गया था. अब उन्होंने सोमवार (16 दिसंबर) को मीडिया से बातचीत में इसको लेकर पूरी बात बताई है.
खान सर ने कहा, "पुलिस ने मेरे साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया. हम पिछले डेढ़ महीने से बीमार थे. हम सोच रहे थे कि बीपीएससी की परीक्षा है और खत्म हो जाएगी तो इलाज करा लेंगे. इसी बीच बच्चों पर जब लाठीचार्ज हो गया तो हमको लगा कि बच्चों पर नॉर्मलाइजेशन थोप दिया जाएगा. हम क्लास ले रहे थे. क्लास खत्म करके चले गए थे. बहुत देर तक खाए-पिए नहीं थे और लंबे समय से बीमार थे. वहां (प्रदर्शन स्थल) उल्टी रुक नहीं रही थी. हमको लगा कि हम हटेंगे तो बच्चों की मांग कोई पूरी नहीं करेगा तो जबरदस्ती वहां हम रहे इसलिए बीमार हो गए. फिर इलाज कराने चले गए."
पेपर लीक पर खान सर ने कर दी फांसी की मांग
पेपर लीक पर खान सर ने कहा कि इससे बड़ी समस्या विद्यार्थी जीवन के लिए कुछ नहीं हो सकता है. इसमें सबसे जरूरी चीज है कि जिस पर शक हो उसका नार्को टेस्ट कराया जाए. कई बार ऐसा होता है कि कोई व्यक्ति खुद मिला हुआ नहीं होता है. उसको पता होता है कि ये व्यक्ति पेपर लीक करा रहा है तो वो भी वहां आंख बंद कर लेता है. ऐसे में ये भी एक तरह का अपराध है. इसके लिए फांसी की सजा रखी जाए. उसके नीचे कोई सजा नहीं है.
प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर आगे खान सर ने कहा कि हम लोगों ने कहीं उकसाया नहीं है. गर्दनीबाग में जो बच्चे धरना दे रहे थे तो पुलिस बताए कि किसी ने एक गमला भी तोड़ा है क्या? दूसरी चीज है कि हम लोग वापस क्यों आए थे? छोटा सा नोटिफिकेशन के लिए, लेकिन बिना मतलब के पुलिस को भी हस्तेक्षेप करना पड़ा.
'2025 में भी लागू नहीं होने देंगे नॉर्मलाइजेशन'
खान सर ने कहा कि अब 2024 में तो नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा, 2025 में भी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि इसको लेकर जहां भी संबंधित अधिकारी के पास जाना होगा जाएंगे. एक सवाल पर कि पटना प्रशासन की ओर से एक वीडियो जारी किया गया है कि कैसे पटना के 'बापू परीक्षा सेंटर' पर परीक्षा के दिन कुछ छात्र हंगामा कर रहे हैं. बाहर निकल जाते हैं. पुलिस का कहना है कि इन्हीं लोगों ने आरजकता फैलाई है. इस पर खान सर ने कहा कि वो सीसीटीवी फुटेज पूरी तरह से जारी कर दिया जाए. परीक्षा परिसर में तो छात्र इस तरह का नहीं करेंगे, लेकिन अगर सीसीटीवी फुटेज है तो वो जांच का विषय है.
कुछ भी होता है बिहार में परीक्षा से संबंधित या छात्रों से संबंधित तो खान सर का नाम आ जाता है. इस पर जवाब में कहा कि नाम का क्या है, हमारे पास ज्यादा बच्चे हैं, हम कम फी में पढ़ाते हैं. यही वजह है कि चर्चा हो जाती है. छात्रों के लिए मेरा जीवन समर्पित है. पुलिस हिरासत में लिए जाने के सवाल पर खान सर ने कहा, "थोड़ी देर के लिए पुलिस ने मुझे हिरासत में लिया था जो लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए करना पड़ता है. इसमें पुलिस ने गलत किया ये हम नहीं कहते हैं. वरीय पदाधिकारियों के आने के बाद छोड़ दिया गया था."
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