जहानाबादः कोरोना संक्रमण से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. मंगलवार को जहानाबाद जिले में कोरोना की वजह से एक अधेड़ के अलावा दो संदिग्ध मरीजों की मौत हो गई. वहीं, अरवल में भी इलाज के दौरान पांच लोगों ने दम तोड़ दिया. जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार जहानाबाद जिले में 833 और अरवल जिले में 1417 मरीज एक्टिव हैं.


जहानाबाद के मखदुमपुर थाना के धराउत निवासी 50 वर्षीय रवि रंजन की मौत हो गई. पॉजिटिव होने के बाद सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहीं, सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती एक वृद्ध हुलासगंज के इमादपुर निवासी हरेंद्र शर्मा और काको के अलगाना निवासी लालपरी देवी की भी मंगलवार को मौत हो गई.


जहानाबाद जिले में घट रही एक्टिव मरीजों की संख्या


जहानाबाद जिले में मंगलवार को एक हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच की गई. एंटीजन से 26, आरटीपीसीआर से एक और ट्रूनेट से जांच में 12 नए केस मिले. जिले में एक्टिव कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटकर 833 हो गई है. नए पॉजिटिव मरीजों में शहर के अलावा अन्य प्रखंडों के लोग शामिल हैं.  


अरवल में बढ़ रही है पॉजिटिव और मृतकों की संख्या


अरवल जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. मंगलवार को सदर अस्पताल के डेडिकेटेड सेंटर में इलाज करा रहे पांच लोगों की मौत हो गई. मृतकों में तीन कोरोना वायरस के संदिग्ध और दो संक्रमित मरीज थे. सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि किंजर थाना क्षेत्र के नगवां निवासी 35 वर्षीय उमेश सिंह की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव थी.


11 मई की देर शाम इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे जिन्हें इलाज के लिए डेडिकेटेड सेंटर में भर्ती किया गया था. इसी प्रकार परासी थाना क्षेत्र के बभन बिगहा निवासी 70 वर्षीय बंगाली सिंह की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव थी. इलाज के लिए आज सदर अस्पताल पहुंचे. डेडिकेटेड सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने बताया कि भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के मिश्रीचक निवासी 45 वर्षीय रीना देवी, पटना जिला के कनपा निवासी 68 वर्षीय सीता देवी, करपी प्रखंड के जिन्दापुर के 40 वर्षीय पुणेस सिंह की जांच रिपोर्ट निगेटिव थी.


मरीजों से फोन कर ली जाती स्वास्थ्य संबंधी जानकारी


तीनों में वायरस का लक्षण के आधार पर संदिग्ध वार्ड में रखा गया था. इस दौरान पांच ने दम तोड़ दिया. जिले में 1417 मरीज एक्टिव हैं. आइसोलेशन सेंटर के अलावा सभी मरीज अपने अपने घर के क्वारेंटाइन हैं. सभी मरीजों को दवा किट उपलब्ध करा दी गई है. फोन से सभी मरीजों से संपर्क कर स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली जा रही है.


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