बेतिया: जिले के वीटीआर (VTR) के मंगुराहा वन क्षेत्र के गौनाहा प्रखंड के नवका गांव में शनिवार (20 मई) की सुबह बाघ ने कमलेश उराव की पत्नी पर हमला कर दिया. झपट्टा मारने के बाद बाघ उसी के घर में घुस गया. घर से बाहर निकलते ही बाघ के हमले से महिला बुरी तरह डर गई. बाघ जलावन के लिए लकड़ी वाले कमरे में घुसा गया. वहीं, बगल के कमरे में तीन बच्चे सोये हुए थे. शोर मचाने पर मौके पर ग्रामीण जुट गए. फूस के घर का टाट तोड़कर तीनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. वहीं, ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग दे दी.


ग्रामीणों में दहशत का माहौल


मिली जानकारी के अनुसार मंगुराहा वन क्षेत्र से भटक कर बाघ गौनाहा के नवका टोला में पहुंच गया. बाघ गांव में कब पहुंचा? यह किसी ने नहीं देखा. हालांकि सुबह में कमलेश की पत्नी पर झटपट्टा मारने के बाद लोगों को इसकी जानकारी हुई. ग्रामीणों की सूचना पर मंगुराहा वन कार्यालय से तत्काल अधिकारी और कर्मी घटनास्थल पहुंच गए और लोगों को हटाकर घर को चारों ओर से घेर लिया. रेस्क्यू के लिए अधिकारी से लेकर कर्मी तक अभियान में जुटे रहे. वहीं, आसपास के घरों के लोग छत पर शरण लिए हुए थे.


पटना जू में भेजा गया बाघ 


वहीं, मौके पर पहुंचे डीएफओ प्रदुमन गौरव ने बताया कि बाघ कमलेश उरांव के घर में छुपा हुआ था जिसे ट्रेंकुलाइजर गन से मारकर बेहोश कर दिया गया है और उसे पटना जू में भेज दिया गया. बता दें कि बाघ कमलेश उरांव के घर में छिप गया था. सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाघ का रेस्क्यू किया गया. बाघ ने रेस्क्यू के दौरान किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. घटनास्थल पर डीएफओ, रेंजर, वनपाल, वनरक्षी की पूरी टीम पहुंची थी.


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