भागलपुर: कई बार आपने सुना होगा कि कर्मचारियों को लेट से वेतन मिल रहा है. अब बिहार में कुलपति को भी समय पर सैलरी नहीं मिल रही है. इतना ही नहीं बल्कि सैलरी मिलने से पहले ही फाइल भी गायब हो जा रही है. मामला तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (Tilka Manjhi Bhagalpur University) का है. कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने गुरुवार को इसको लेकर बयान दिया है कि पहले दोषी को पकड़ा जाए. कार्रवाई हो तब वो अपना वेतन लेंगे. अब कुलपति अपने ही 'घर' में सबसे पूछ रहे हैं कि उनकी वेतन वाली फाइल कहां है.
पहली बार ही मिलना था अभी वेतन
दरअसल, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कई महीनों से स्थायी कुलपति नहीं थे. अब मिले हैं तो व्यवस्था ही गड़बड़ हो गई. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने 23 अगस्त 2022 को अपना पदभार संभाला था. इस बार पहला वेतन मिलना था, लिहाजा पूरी प्रक्रिया की जा रही थी. वेतन वाली फाइल यूनिवर्सिटी की स्थापना शाखा में तैयार हुई. यहां से फाइल अकाउंट्स एफओ और कुलसचिव से होते हुए फाइनेंशियल एडवाइजर के पास पहुंची. इसके बाद कहां गई ये किसी को पता नहीं.
पहली फाइल मिली तो वेतन वाला चार्ट गायब
जो फाइल गायब हो गई थी उसी फाइल में कुलपति का वेतन निर्धारित किया गया था. कुलपति के वेतन की फाइल गायब होने की खबर फैलने के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में वेतन की दूसरी फाइल तैयार की गई. इस फाइल पर अलग-अलग अधिकारियों का साइन हुआ. इसी बीच कुलपति के वेतन की पहली फाइल मिल गई, लेकिन पता चला कि वेतन के लिए तैयार किया गया चार्ट ही गायब है. इसमें कुलपति को कितना वेतन मिलना है वह लिखा गया था. बता दें कि विश्वविद्यालय में हर महीने सभी कर्मचारियों और पदाधिकारियों को तीन से 10 तारीख के बीच सैलरी मिलती है.
क्या कहते हैं कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल?
कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने कहा कि जब तक छानबीन कर पूरे मामले की ठीक से जांच नहीं होती है तब तक वो अपना वेतन नहीं लेंगे. कहा कि वो गलती करने वालों को सख्त सजा दिलाएंगे. कहा कि वो जब तक इस विश्वविद्यालय में हैं वो लचर व्यवस्था बर्दाश्त नहीं करेंगे. यहां किसी भी तरह की गंदी राजनीति नहीं होने देंगे.
यह भी पढ़ें- Banka News: बांका में अभियुक्त को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर हमला, 2 सिपाही जख्मी, सर्विस रिवॉल्वर और मोबाइल छीना