पटना: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनके कार्यालय ने उसके सांसदों को बृहस्पतिवार को उस वक्त गुमराह किया जब वे उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे. लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओब्रायन के हस्ताक्षर वाले पत्र में पार्टी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मंत्री के निजी सचिव ने सांसदों को यह बताया कि गिरिराज सिंह दिल्ली से बाहर हैं लेकन गिरिराज सिंह दिल्ली में ही थे.


मनरेगा संबंधित मुद्दा पर करनी थी मुलाकात- टीएमसी सांसद


तृणमूल कांग्रेस के 25 सांसद बृहस्पतिवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को गिरिराज सिंह से मिलने कृषि भवन पहुंचे थे. पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि आपके निजी सचिव ने हमें गुमराह किया जिससे हमने मान लिया कि आप बिहार रवाना हो गए हैं और एक सप्ताह के लिए दिल्ली में नहीं होंगे. हम इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हैं. हमें यह जानकर हैरानी हुई कि आप दिल्ली में ही थे. हमारे लोकसभा सदस्यों ने आपको सदन में देखा और आपसे सीधे इस मुद्दे पर बात की.


'गुमराह करना अनैतिक है'


टीएमसी ने कहा कि इस तरह से गुमराह करना न सिर्फ अनैतिक है, बल्कि एक मंत्री के कार्यालय से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती है. वहीं, बता दें कि गिरिराज सिंह अपने बयानों को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं. हाल ही में गिरिराज सिंह यूपी के मुजफ्फरनगर शहर के नाम पर दिए गए बयान को लेकर सुर्खियों आ गए हैं. उन्होंने एक मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि मुजफ्फरनगर जिले का नाम बदल दिया जाए. क्योंकि मैं तो इस जिले का नाम भी नहीं ले सकता. 75 साल हो गए यह जिला किसानों की राजधानी है लेकिन अच्छा नहीं लगता इस जिले का नाम किसानों के लिए एक चुनौती हो सकता है. इस जिले से मुगलों के निशानी को मिटाया जाना चाहिए.


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