पटना: बिहार में स्कूलों की टाइमिंग और नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मामले को लेकर सदन से सड़क तक हो रहे विवाद के बीच शनिवार को बड़े पैमाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) का स्थानांतरण किया गया. शिक्षा विभाग की अधिसूचना के मुताबिक, स्थानांतरित अधिकारियों को तीन दिनों के भीतर स्थानांतरित स्थान पर योगदान करने के लिए कहा गया है.
स्थानांतरण की सूची में इनका नाम शामिल
अधिसूचना के मुताबिक किशनगंज के डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता को प्रशासनिक कारणों से स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक जिला शिक्षा पदाधिकारी, गोपालगंज के पद पर पदस्थापित किया गया है. जबकि, अररिया के डीईओ राज कुमार को नालंदा, रोहतास के डीईओ संजीव कुमार को पूर्वी चम्पारण के डीईओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसी तरह गया के डीईओ राजदेव राम को बेगूसराय, शिवहर के डीईओ ओम प्रकाश को गया तथा पटना के डीईओ अमित कुमार को कटिहार का डीईओ बनाया गया है.
इसके अलावा, सुपौल के डीईओ सुरेंद्र कुमार को औरंगाबाद का डीईओ बनाया गया है.
कई जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों का स्थानांतरण
गोपालगंज के डीईओ राज कुमार शर्मा का इसी पद पर भागलपुर तबादला कर दिया गया है. इसके अलावा भी कई जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है. बिहार विधानसभा में केके पाठक के मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ. विपक्ष इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. विपक्ष के सदस्यों का कहना है कि सीएम नीतीश का आदेश केके पाठक मान रहे हैं. विपक्ष स्कूल 10 से चार चलाने की बात कह रहा है. इस मांग पर सीएम आदेश भी दे चुके हैं, लेकिन इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ था. इस पर विपक्ष नीतीश सरकार को घेर रहा है.
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