पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को परिवहन विभाग की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने परिवहन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका परिवहन विभाग-एक निरंतर यात्रा' और परिवहन मोबाइल ऐप का लॉन्चिंग किया. समीक्षा के दौरान सीएम नीतीश ने निर्देश दिया कि वाहनों से होने वाले दुर्घटना के दौरान आश्रितों को मिलने वाले मुआवजे के लिए रेवोल्विंग फंड की व्यवस्था परिवहन विभाग की ओर से की जाए. मालूम हो कि पहले आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाता था.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवरलोडिंग पर रोक लगाने के लिए लगातार स्पेशल ड्राइव चलाएं. वाहनों से संबंधित प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी जरूरी उपाय करें. उन्होंने कहा कि ड्राइविंग परीक्षण के पहले लोगों को ड्राइविंग के संबंध में प्रशिक्षित किया जाए. प्राइवेट ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से लोगों को प्रशिक्षण के लिये प्रोत्साहित करें. सभी जिलों में टेस्टिंग सेंटर बनाई जाए. वाहनों के फिटनेस पर भी विशेष ध्यान दें.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो चुनौतियों के विषय में नहीं सोचते हैं, जनता की सेवा में लगे हैं. उनके सारे काम मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं. पहले से कई काम किए जा रहे हैं, इसके अलावा हमलोगों ने इस बार जो काम तय किये हैं. उन सभी चीजों को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए योजना बनाकर काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि एक-एक चीज के बारे में विस्तृत चर्चा और सर्वेक्षण कराकर काम में तेजी लाई जा रही है. उन्होंने कहा कि इस बार जो बजट आएगा, उसमे कई चीजों के लिए प्रावधान किया जाएगा ताकि काम को शुरू किया जा सके. सीएम नीतीश ने कहा, " मैं फिल्ड में जाकर भी सभी चीजों को देखता हूँ, जिससे निर्णय लेने में मदद मिलती है और बेहतर ढंग से काम होता है. इन सब चीजों को ध्यान में रखना हमारा कर्तव्य है और जनता की सेवा करना ही हमारा धर्म है. पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई सियासी संकट नहीं है."