सैन्य अधिकारियों के रवैये से परेशान रामकृपाल यादव ने रक्षा मंत्री को लिखा पत्र, जानें क्या है पूरा मामला
बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने कहा, " लोग सशंकित हैं कि पहले के मामलों की तरह अनुमंडल कार्यालय मार्ग को भी बंद कर दिया जाएगा क्योंकि सेना ने पहले भी दूसरे सड़कों को इसी तरह करके बंद दिया है. वे पहले चेक पोस्ट बनाते हैं और उसके बाद स्थायी निर्माण कर गेट लगाकर रास्ता बंद कर देते हैं."
पटना: बिहार के पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव इनदिनों परेशान हैं. उनकी परेशानी की वजह दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारी हैं, जो आम रास्ते को लेकर आए दिन बखेड़ा खड़ा करते रहते हैं. इस बात से परेशान होकर उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है और पूरे मामले में हस्तक्षेप कर उसे सुलझाने की अपील की है.
आम लोगों को किया जा रहा है परेशान
रक्षा मंत्री को लिखे पत्र में सांसद ने कहा, " पाटलीपुत्र संसदीय क्षेत्र अंतर्गत दानापुर विधानसभा में दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारियों की ओर से आम रास्ता को लेकर हमेशा कोई न कोई नया बखेड़ा खड़ा किया जाता रहा है. अब एक नया मामला प्रकाश में आया है. दानापुर अनुमंडल कार्यालय मार्ग पर सेना की ओर से चेक पोस्ट बना कर अनुमंडल कार्यालय के कर्मियों सहित आम लोगों को परेशान किया जा रहा है."
उन्होंने कहा, " लोग सशंकित हैं कि पहले के मामलों की तरह अनुमंडल कार्यालय मार्ग को भी बंद कर दिया जाएगा क्योंकि सेना ने पहले भी दूसरे सड़कों को इसी तरह करके बंद दिया है. वे पहले चेक पोस्ट बनाते हैं और उसके बाद स्थायी निर्माण कर गेट लगाकर रास्ता बंद कर देते हैं. पहले भी इसी तरह सेना के अधिकारियों ने 100 सालों से अधिक से चालू सर्वे रोड बैरक नंबर-1 से लोदीपुर चांदमारी सड़क सहित अन्य सड़कों को अकारण बंद कर दिया है. इस संबंध में पत्र लिखकर और व्यकिगत तौर पर भी अवगत कराया है."
कोरोना फैलने का बहाना बनाकर किया जा रहा परेशान
बीजेपी सांसद ने कहा, " पहले के मामलों में आम जनता से सीधा टकराव चल रहा था, वहीं अब नए मामले ने स्थानीय प्रशासन और आम जनता दोनों से टकराव की स्थिति पैदा कर दी है. सेना की ओर से रोज नया बखेड़ा खड़ा करने से परेशान होकर लोग यहां तक कहने लगे हैं कि दानापुर कैंट कहीं अन्यत्र शिफ्ट कर देना चाहिए. कोरोना फैलने का बहाना बनाकर लोगों को परेशान करने की नीयत से रास्ता रोका जा रहा है. वैसे भी बिहार में लॉकडाउन लागू है. लोगों का आवागमन नियंत्रित है. ऐसे में दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारियों का यह तर्क स्थानीय प्रशासन के गले नहीं उतर रहा है. इसलिए अपील है कि आप इस मामले में हस्तक्षेप करें ताकि समस्या का निदान हो सके."
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