20 सूत्री मांग को लेकर ट्रक एसोसिएशन ने किया अनिश्चितकालीन चक्का जाम, राहगीरों को हो रही परेशानी
बिहार ट्रक एसोसिएशन के कैमूर जिलाअध्यक्ष जयप्रकाश सिंह यादव ने कहा कि हमने अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया है. कोरोना काल में हम लोग पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं.
कैमूर: दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाले एनएच-02 पर सोमवार को जिले के मोहनिया समेकित चेकपोस्ट के पास बिहार ट्रक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सहित दर्जनों ट्रक मालिक ने अनिश्चितकालीन चक्का जाम शुरू किया. ट्रक मालिकों ने 20 सूत्री मांगों को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया, जिससे एनएच-02 पर भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
स्थानीय पुलिस बनी हुई है मूकदर्शक
बता दें कि यह रास्ता बिहार-यूपी के साथ-साथ 7 राज्यों को जोड़ता है. इधर, चक्का जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. बिहार ट्रक एसोसिएशन द्वारा केवल छोटे वाहन, बस, एंबुलेंस, दवाई, और सब्जी की गाड़ियों को जाने की इजाजत दी गई है. फिर भी कई वाहन जाम में फंसे हैं. इस जाम की वजह से एनएच-02 पर समेकित चेकपोस्ट मोहनिया से 15 किलोमीटर आगे और 15 किलोमीटर पीछे भयंकर जाम लग गया है.
जाम में फंसे ट्रक चालक ने कही यह बात
जाम में फंसे ट्रक चालक ने बताया कि हमारी गाड़ी में मक्खन लोड है, जिसके लिए एसी चला कर रखना पड़ता है, नहीं तो मक्खन खराब हो जाएगा. जाम में फंसे होने के कारण एसी चलाने में डीजल बर्बाद हो रहा है. अगर जाम के बारे में पहले पता होता तो मैं इस रास्ते से नहीं आता.
कोरोना काल में हमलोग हो गए बर्बाद
इधर, बिहार ट्रक एसोसिएशन के कैमूर जिलाअध्यक्ष जयप्रकाश सिंह यादव ने कहा कि हमने अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया है. कोरोना काल में हम लोग पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. हम लोगों की गाड़ियां किस्ती पर चलती हैं. लेकिन ऐसी स्थिति हो गई है कि किस्त चुकाने के भी पैसे नहीं हैं. पैसे नहीं देने पर फाइनेंसर कभी भी गाड़ियों को जब्त कर लेता है. सभी राज्यों में नए कर नियम में छूट दिया गया है, लेकिन बिहार में नहीं. हम लोगों के सटे राज्य यूपी में डीजल 9 रुपये लीटर सस्ता है. लेकिन यहां महंगा है.
बिहार सरकार ने हमें नहीं दिया कोई छूट
बता दें कि अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर ट्रक चालक बिहार भर में हड़ताल पर हैं. इसका असर राजधानी पटना में भी देखने को मिला. सुबह से ही ट्रक चालकों के अपने वाहनों को बंद रखा और जीरोमाइल पर इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. ट्रक चालकों ने बताया कि 2019 में सरकार ने काला कानून बनाया था और हमलोगों ने उसे हटाने की मांग की थी. वहीं लॉकडाउन में हमलोगों का ट्रक परिचालन बन्द था, लेकिन सरकार ने टैक्स में कोई छूट नहीं दी है. सड़कों पर पुलिस द्वारा अवैध वसूली से हमलोग कई वर्षों से परेशान हैं. ऐसे में जब तक हमारी सभी मांगे पूरी नहीं हो जाती, प्रदर्शन और हड़ताल जारी रहेगा.