(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ट्रक यूनियन के चक्का जाम का गोपालगंज में दिख रहा असर, कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसी गाड़ियां
ट्रांसपोर्ट यूनियन की हड़ताल का असर गोपालगंज में भी देखने को मिल रहा है. ट्रांसपोर्ट ऑपरेटरों ने अपने वाहनों को जगह-जगह रोक दिया है. इस वजह से एनएच-28 पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी है.
गोपालगंज: पूरे बिहार में ट्रक यूनियन अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चला गया है. यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें सरकार की ओर से 14 सितम्बर तक यूनियन की मांगों को पूरा करने के लिए आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक सरकार की तरफ से ट्रक यूनियन के लिए कुछ नहीं किया गया जिससे नाराज ट्रक मालिक हड़ताल पर चले गए हैं.
ट्रांसपोर्ट ऑपरेटरों ने जगह-जगह रोका वाहन
ट्रांसपोर्ट यूनियन की इस हड़ताल का असर गोपालगंज में भी देखने को मिल रहा है. ट्रांसपोर्ट ऑपरेटरों ने अपने वाहनों को जगह-जगह रोक दिया है. इस वजह से एनएच 28 पर कई किलोमीटर लम्बी वाहनों की कतार लग गयी है. यूपी की सीमा से आने वाले सभी वाहन भी एनएच 28 पर खड़े वाहनों की वजह से जाम में फंस गए है. यह जाम कुचायकोट से शहर के बंजारी चौक से अरार मोड़ के आगे तक है.
ट्रक मालिकों ने सरकार पर लगाया आरोप
ट्रक ऑपरेटर ललन शाह ने बताया कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे लोग अनिश्चित काल तक हड़ताल पर रहेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रक वालों से सड़क पर अवैध वसूली की जाती है. सरकार ने कोविड-19 को लेकर कहा था कि किसी भी तरह के लोन पर इंट्रेस्ट नहीं लगेगा और ना ही गाड़ियों के टैक्स में फाइन के तौर पर इंट्रेस्ट लिया जाएगा. लेकिन लोन और टैक्स दोनों में इंट्रेस्ट लिया जा रहा है. ट्रक से बालू ले जाने के लिए 12 घंटे का टाइम मिलता है, जाम की वजह से लेट हो जाने पर एक-एक लाख रुपये का फाइन कर दिया जाता है.
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