JDU की बैठक में सामने आई पार्टी की सच्चाई, दो गुटों में बंटे दिखे कार्यकर्ता, इस बात को लेकर हुई तू-तू मैं-मैं
आरसीपी सिंह के तस्वीर नहीं होने पर उन्होंने कहा कि फोटो लगना और नहीं लगना कोई मुद्दा नहीं है. फोटो से न कोई नेता बनता है और न ही बिगड़ता है. नीतीश कुमार को पहचान के लिए फोटो की जरूरत है क्या?
गया: शहर के कैंट एरिया स्थित एक रिसोर्ट में शनिवार को जेडीयू (JDU) जिला कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जेडीयू जिला संगठन प्रभारी ललन पासवान (Lalan Paswan), गया सांसद विजय कुमार (MP Vijay Kumar), टिकारी के पूर्व विधायक अभय कुशवाहा (Abhay Kushwaha), एमएलसी संजीव कुमार सिंह (Sanjeev Kumar Singh), अतरी के पूर्व विधायक कृष्णनंदन यादव (Krishna Nandan Yadav), गुरुआ के पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा (Surendra Pratap Sinha) सहित पार्टी के कई नेता और विभिन्न प्रखंडों के कार्यकर्ता शामिल हुए.
बैठक से पहले शुरू हुए तू-तू मैं-मैं
बैठक शुरू होने वाली ही थी कि जेडीयू के एक गुट ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बताया कि कार्यकारिणी की बैठक के बैनर में सिर्फ बिहार सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar), ललन सिंह (Lalan Singh), उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) की तस्वीर है. आरसीपी सिंह (RCP Singh) की तस्वीर क्यों नहीं लगाई गई. इस बात को लेकर एक गुट ने दूसरे गुट के साथ तू-तू मैं-मैं शुरू कर दी. करीब आधे घंटे तक हंगामा होता रहा. बीच बचाव में टिकारी विधायक अभय कुशवाहा आए.
ये सब देख कर मंच से ही जिला संगठन प्रभारी को कहना पड़ा कि मीडिया के लोग नहीं रहें तो बहस कर लीजिएगा. मीडिया को देख ज्यादा मत उछलिये. अगर गुटबाजी करते हैं, तो बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. साथ ही कार्रवाई होगी. इतना सब कहने के बाद हंगामा कुछ शांत हुआ.
जिला संगठन प्रभारी ने दी सफाई
वहीं, जिला संगठन प्रभारी ललन पासवान ने बताया कि राज्य के निर्देश पर जिला कार्यकारिणी की बैठक की गई है, जिसमें पार्टी व संगठन को कैसे मजबूत करना है, इसपर चर्चा होनी है. बूथ कमेटी का गठन जिले के सभी प्रखंडों के पंचायतों से लेकर गांव-गांव तक पार्टी को मजबूत करने के लिए किया जाएगा. इसके लिए 10 से 20 लोगों को सदस्य बनाया जाएगा ताकि नीतीश कुमार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं की जानकारी सभी को मिल सके.
आरसीपी सिंह के तस्वीर नहीं होने पर उन्होंने कहा कि फोटो लगाना और नहीं लगना कोई मुद्दा नहीं है. फोटो से न कोई नेता बनता है और न ही बिगड़ता है. नीतीश कुमार को पहचान के लिए फोटो की जरूरत है क्या? उन्हें सभी लोग जानते हैं. कई लोगों को फोटो नहीं लगी है तो यह कोई मामला नहीं है. आरसीपी सिंह पार्टी के केंद्रीय मंत्री हैं, किसी कारणवश या भूलवश उनकी फोटो नहीं लगी होगी. उस पर विचार किया जाएगा.
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