ब्रिटेन से बिहार लौटे कोरोना पॉजिटिव लोगों के सैंपल भेजे जाएंगे पुणे
विदेश से बिहार में लौटने वाले लोगों का आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी. जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर वायरस की जीन सिक्वेंसिंग नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे में कराई जाएगी. जांच के दौरान जब देखा जाएगा कि मरीज में पुराना कोरोना वायरस है या फिर कोई नई स्ट्रेन है.
पटना : ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद विदेश से बिहार में लौटने वाले लोगों का आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी. जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर वायरस की जीन सिक्वेंसिंग नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे में कराई जाएगी. जांच के दौरान जब देखा जाएगा कि मरीज में पुराना कोरोना वायरस है या फिर कोई नई स्ट्रेन है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवंबर दिसंबर में ब्रिटेन से 239 लोग बिहार आए हैं, जिनमें पटना में 96 लोगों के ब्रिटेन से आने की सूचना है. इनमें आठ पटना सिटी के हैं जबकि एक व्यक्ति के तुर्की से पटना सिटी आने की जानकारी मिल रही है.
ब्रिटेन से लौटे नौ लोगों को किया गया आइसोलेट
पटना सिटी के 9 लोग जो लंदन से लौटे थे उनको आइसोलेट किया गया है. इन्हें गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.बताते चलें कि सिविल सर्जन की टीम द्वारा 25 लोगों का सैंपल कल(बुधवार) लिया गया है इनमें हल्की सर्दी खांसी जैसे लक्षण वाले को अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है और बाकी 16 लोग अपने-अपने घरों में आइसोलेटेड है. उनके स्वास्थ्य पर पूरी निगरानी रखी जा रही है,फिलहाल सभी पूरी तरह स्वस्थ है.
सिविल सर्जन ने बताया कि अधिकांश लौटे लोग 23 और 24 नवंबर से के आस पास आए हैं अगर उनमें कोरोना का नया स्ट्रेन रहता तो अब तक वो बीमार हो सकते थे. बावजूद इसके सिविल सर्जन की टीम कोई जोखिम नहीं लेना चाह रही है और जो भी मिल रहे हैं उनका सैंपल लिया जा रहा है. संक्रमित लोग कहां कहां गए थे इसकी भी जांच की जा रही है.
सिविल सर्जन ने की जांच कराने की अपील
इंग्लैंड से लौटे पटना के नागरिक चाहे जहां कहीं भी हो वह अपने कोरोना संक्रमण की जांच करा लें और अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को भेज दें, यह अपील पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने उन नागरिकों से किया है जो लंदन से लौट रहे हैं. जो अपने दिए गए पते पर नहीं मिल रहे हैं, या फिर वह दूसरे शहर में चले गए हैं. ऐसे लोगों को खोजना और जांच के लिए उनका सैंपल लेना सिविल सर्जन की टीम के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है.
अब तक पांच 9 लोगों की हो चुकी है पहचान
बताते चलें कि ब्रिटेन से नवंबर और दिसंबर में बिहार आए 239 व्यक्तियों की तलाश शुरू कर दी गई है जानकारी के अनुसार पहली सूची में 236 व्यक्तियों में से 56 व्यक्तियों की विभिन्न जिलों में तलाश की गई , जबकि दूसरी सूची के अनुसार सभी तीन व्यक्तियों की तलाश की गई है इस प्रकार अब तक 59 व्यक्तियों की पहचान हुई है.
इनमें पूर्वी चंपारण में ब्रिटेन से आए 12 यात्रियों में चार लोगों में कोरोना निगेटिव पाई गई है वहीं दूसरी सूची में तीन व्यक्ति मधुबनी पूर्वी चंपारण भोजपुर के निवासी है, लेकिन यह तीनों अभी बिहार से बाहर हैं. इनमें पूर्वी चंपारण निवासी महिला फिलहाल मुंबई में है, तो मधुबनी निवासी व्यक्ति अंबाला में है हालांकि उनकी पूर्व में भी यात्रा के बाद जांच की गई और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है भोजपुर निवासी तीसरा व्यक्ति रांची में है उसकी भी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है.