पटना: देश में एक फरवरी बुधवार को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने केंद्रीय बजट पेश किया गया है. इस बजट से बिहार के लोगों को काफी उम्मीदें थी. इधर, बजट पेश होने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बिहार को बजट से उम्मीद नहीं है. बीजेपी ने बिहार को ठगने का काम किया है. कई वादे कर उसे पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि पहले के बजट और अब के बजट में बहुत अंतर हो गया है. पहले रेल बजट अलग होता था, लोग बहुत ही इच्छा से इसे देखते थे और आम बजट भी अलग होता था. कहा कि बजट नील बटे सन्नाटा है. बिहार को इससे कुछ नहीं मिला है. जो टैक्स में छूट दिए गए हैं वो आंखों में धूल झोंकने जैसा है.
केंद्र ने राज्य सरकार पर डाल दिया भार
तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में बिहार के जितने सांसद हैं उन्हें शर्म से डूब जाना चाहिए. किसानों के लिए, रेलवे के लिए कुछ नहीं है. यूपीए की सरकार में बिहार को जितना दिया जाता था क्या इस सरकार ने दिया? इसके अलावा तेजस्वी ने कहा था कि साल 2014 में केंद्र की बीजेपी सरकार ने कहा कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी करेंगे. साल 2022 में सबको आवास देंगे. साथ ही 2022 तक 80 करोड़ लोगों को नौकरी-रोजगार देंगे. अब 2023 भी आ गया, लेकिन इनकी जुमलेबाजी की आदत नहीं गई. कहा कि बीजेपी को 100% सांसद देने वाले बिहार को भाजपाइयों ने बजट में फिर ठगा है.
तेजस्वी ने कहा कि अब बजट को बहुत छोटा किया गया है. आम बजट में पूरी बारीकी से सरकार अपने कार्य योजना के बारे में बताती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है. महंगाई बेतहाशा बढ़ चुकी है. उसे रोकने में सरकार कैसे आम लोगों की मदद करेगी यह इस बजट में देखना होगा. केंद्र सरकार पहले राज्यों को विशेष रूप से सहायता करती थी. अब वह सहायता साल दर साल कम करते जा रहे हैं. बिहार सरकार की सभी योजनाओं में केंद्र सरकार के पैसे को खर्च कर रही है, लेकिन राज्य के ऊपर केंद्र के द्वारा अधिक भार बढ़ाया गया है.
सुधाकर सिंह के नोटिस के जवाब पर दी प्रतिक्रिया
आगे कहा कि प्रधानमंत्री देश की जनता के साथ आठ सालों में कई तरह के वादे कर चुके हैं. वह कितना वह पूरा हुआ है यह जनता भी जानती है. तेजस्वी यादव ने आरजेडी विधायक पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के द्वारा पार्टी को जवाब देने के मामले पर पर प्रतिक्रिया दी. कहा कि सुधाकर सिंह ने जो जवाब दिया है. वह हमारे पास नहीं आया है. हां मगर जो जवाब दिया है उसकी जानकारी हम जरूर लेंगे. बता दें कि सुधाकर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आपत्तिजनक बयान देने को लेकर पार्टी ने उनसे सफाई मांगी था. आरजेडी के महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पत्र के जरिए 15 दिनों के अंदर जवाब देने की बात लिखे थे.
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